केंद्र सरकार ने रेलवे समूह-ग के 80 हजार कर्मचारियों की दशकों पुरानी मांग मान ली है। अब समूह-ग के योग्य कर्मचारियों को समय पर पदोन्नति मिल सकेगी। इसके लिए हर वर्ष परीक्षा कराई जाएगी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार बताया कि सुपरवाइजर कैडर (समूह-ग) अधिकतम पे ग्रेड लेवल-6 तक था। नई व्यवस्था में लेवल 7,8 और 9 तक जा सकेंगे। लेवल-9 में प्रमोटी अफसर यानी समूह-ख होते हैं। योग्य कर्मी प्रमोशन पाकर समूह-क तक जा सकते हैं। हालांकि, इस प्रक्रिया में यूपीएससी शामिल हो जाता है।
अब समूह-ग के 50 फीसदी कर्मियों को लेवल-7 से लेवल-8 में जाने का मौका मिलेगा। लेवल-8 से 9 में चार साल में नॉन फंक्शनल ग्रेड में 50 फीसदी को पदोन्नति मिलेगी। नई व्यवस्था से तत्काल 40 हजार सुपरवाइजरों को फायदा होगा। उनका वेतन चार हजार रुपये बढ़ जाएगा।
समूह-ग के कर्मियों को 2500-4000 अधिक वेतन मिलेगा। निर्णय से सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिग्नल एंड टेलीकॉम, स्टोर के कर्मियों को साल में 12 मुफ्त पास मिलेंगे।