तेज गति से चलने की लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनज़र प्रदेश के 11 लाख 54 हजार उपभोक्ताओं के पुराने थ्रीजी स्मार्ट मीटर बदले जाएंगे। इसके लिए यूपी पावर कारपोरेशन के प्रबंधन ने इन स्मार्ट मीटरों को लगाने वाली कंपनी को पत्र लिखकर कहा है कि इन मीटरों को तत्काल बदला जाए।
पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार की तरफ से ईईएसएल के सीईओ को इन मीटरों को बदलने के लिए लिखे गए पत्र में कहा गया है कि इन स्मार्ट मीटरों को तत्काल फोर-जी तकनीक के स्मार्ट मीटरों से बदलें। इस पत्र में पुरानी तकनीक के स्मार्ट मीटर बदले जाने के काम में लापरवाही पर नाराजगी भी जाहिर की गई है।
ज्यादा लोड दिखा रहे मीटर स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को कुछ समय पूर्व भार जंपिंग व बत्ती गुल हो जाने की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। उसी समय से उ.प्र. राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा लगातार पुरानी तकनीक के स्मार्ट मीटरों को बदले जाने का मुद्दा उठा रहे थे। इस मुद्दे पर उन्होंने विद्युत नियामक आयोग में याचिका भी दायर की थी।
ईईएसएल को पावर कारपोरेशन ने प्रदेश में 50 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का काम पिछले वर्षों में दिया था, जिसमें से 11.54 लाख उपभोक्ताओं के परिसर में पुरानी तकनीक के स्मार्ट मीटर लगा दिए गए। कारपोरेशन प्रबंधन ने स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी थी। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने मांग की है कि 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 2.5 करोड़ स्मार्ट मीटर खरीदने के लिए जो टेंडर निकाले गए हैं, उसे तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए।