महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने शुक्रवार को शिक्षा निदेशालय का निरीक्षण किया। माध्यमिक का प्रभार मिलने के बाद पहली बार आए महानिदेशक ने अधिकारियों और कर्मचारियों से दो टूक कहा है कि कोई भी शिक्षक छुट्टी, एरियर या किसी अन्य काम के लिए शिक्षा निदेशालय के चक्कर न काटें। छुट्टी, बकाया भुगतान से लेकर अन्य कार्यों को ऑनलाइन और समयबद्ध तरीके से किया जाए।
राजकीय शिक्षकों की ऑनलाइन छुट्टी दिसंबर से और बायोमीट्रिक हाजिरी के आधार पर वेतन भुगतान की व्यवस्था जनवरी से सुनिश्चित की जाए। दोपहर एक बजे शिक्षा निदेशालय पहुंचे महानिदेशक ने सबसे पहले विभिन्न अनुभागों का निरीक्षण किया। फाइलों का रखरखाव ठीक नहीं मिला। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अधिकारी शिक्षा निदेशालय में नहीं बैठते इसके चलते परेशानी हो रही है। पब्लिक आकर आरोप लगाती है कि बाबू काम नहीं करते। छोटे-छोटे काम के लिए लखनऊ दौड़ना पड़ता है। इस पर महानिदेशक ने अधिकारियों के निदेशालय में बैठना सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद वह यूपी बोर्ड मुख्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। सफाई व कार्यालय की व्यवस्था पर संतोष जताते हुए निर्देश दिया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में कोई ढिलाई न होने पाए।
बच्चों को बनाएं काबिल, देंगे संसाधन
महानिदेशक विजय किरन आनंद ने शुक्रवार सुबह राजकीय इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया। प्रधानाचार्य वीके सिंह और नीलम मिश्रा समेत शिक्षकों को निर्देशित किया कि बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ उनमें स्किल डेवलप करें। स्कूल में जो भी संसाधन की कमी है उसकी पूर्ति शासन करेगा। उन्होंने जीआईसी की कम्प्यूटर लैब को 100 नए कंप्यूटर देने और छात्रावास के जीर्णोद्धार की भी बात कही। इस दौरान बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल, मंडलीय उप शिक्षा निदेशक आरएन विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।