लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लिए नव वर्ष नई संभावनाओं के साथ दस्तक दे है। बीते वर्ष जहां चुका स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना, कानून व्यवस्था, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में कई अहम फैसलों के लिए याद किया जाएगा, वहीं 2023 में विभिन्न सेक्टर में तमाम ऐसे कार्य शुरू होने जा रहे हैं, जिनसे प्रदेश की पहचान को नया आयाम मिलेगा। इसमें चिकित्सा, कानून व्यवस्था, पर्यटन, शिक्षा और आधारभूत संरचना पर खासा फोकस किया गया है। नई तकनीकी से शिक्षा और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में भी बड़े परिवर्तन देखने को मिलेंगे। गांवों के विकास को हर शुक्रवार चौपाल लगेगी।
शिक्षा : नई तकनीक से कदम ताल को तैयार शिक्षा व्यवस्था : योगी सरकार ने शिक्षा को स्मार्ट और हाईटेक
टेक्नोलाजी से जोड़ने का मास्टर प्लान तैयार किया है। इसके तहत बेसिक जूनियर और माध्यमिक स्तर पर जहां स्मार्ट क्लास के जरिए बच्चों को शिक्षा दी जाएगी, वहीं हर विद्यालय को दो-दो टैबलेट दिए जाएंगे। वहीं, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं को और पारदर्शी करने के लिए प्रश्नपत्र लेकर जाने वाले वाहन को जीपीएस से लैस किया जाएगा।
स्वास्थ्य इस वर्ष 4600 हेल्थ एटीएम और हर जिले में मेडिकल कालेज हो जाएंगे शुरू: स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए सरकार इस वर्ष 4600 वेलनेस सेंटर पर हेल्थ एटीएम की सौगात देने जा रही है.
ग्रामीण विकास : गांवों में बहेगी विकास की बयार गांवों में विकास को नई गति देने तथा वहां की समस्या को वहीं पर दूर करने के लिए ग्राम चौपाल का आयोजन शुरू कर दिया गया है। ग्राम्य विकास विभाग के आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि प्रत्येक शुक्रवार को प्रत्येक विकासखंड की तीन ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाएगा।