बारिश के आसार और गिरेगा पारा, यूपी में घने कोहरे ने थामी रफ्तार, इटावा सबसे ठंडा

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पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दो दिन बाद सर्दी और सितम ढाएगी। मौसम विभाग ने 11 से 13 जनवरी के बीच पंजाब, हरियाणा के साथ पश्चिमी यूपी में भी हल्की बारिश होने की चेतावनी जारी की है। इससे दिन व रात के तापमान में गिरावट के साथ ठण्ड का प्रकोप और बढ़ेगा। बीते 24 घंटे के दौरान इटावा प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां रात का तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल अगले दो दिन प्रदेश के जनजीवन को कड़ाके की ठण्ड से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मंगलवार और बुधवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में कहीं बहुत घना तो कहीं घना कोहरा छाया रहेगा। कोल्ड डे कंडीशन की वजह से दिन में धूप नहीं निकलेगी। कहीं-कहीं धूप निकलेगी भी तो बहुत हल्की रहेगी। राज्य के कुछ स्थानों पर शीतलहर का प्रकोप भी रह सकता है। मौसम विभाग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 19 जिलों के लिए रेड अलर्ट और मध्य व पूर्वी यूपी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

रविवार की रात प्रयागराज, अयोध्या, कानपुर और लखनऊ मण्डलों में पारा सामान्य से तीन डिग्री तक कम रहा। कानपुर में रविवार की रात का तापमान 4 डिग्री सेल्सिसयस रहा जबकि लखनऊ में यह 4.5 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रयागराज में यह 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि वाराणसी में रविवार की रात पारा 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा। जौनपुर का न्यूनतम पारा 3.1 डिग्री रहा।

असर कोहरे से 267 ट्रेन रद्द, डेढ़ सौ उड़ानें प्रभावित

नई दिल्ली। कड़ाके की ठंड के साथ घने कोहरे के असर से रेल और विमान सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी से लेकर बिहार तक कोहरे के चलते उत्तर रेलवे ने सोमवार को 267 ट्रेनें रद्द कर दीं जबकि 170 ट्रेन कई घंटों की देरी से चलीं। वहीं, हवाईअड्डे पर दृश्यता का स्तर घटने से करीब 150 उड़ानें प्रभावित रहीं।

यूपी में कोहरेके चलते कई हादसे, 19 की जान गई

लखनऊ। घने कोहरे के कारण प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर हुए हादसों के कारण 19 लोगों की जान चली गई। इनमें 14 की कानपुर और आसपास व 3 की गोंडा और 2 की अयोध्या में जान चली गई। वाराणसी व संभल में भी दो की जान गई। ब्योरा P07

बिजली उत्पादन घटने और मांग बढ़ने से संकट गहराया

लखनऊ। शीतलहर के चलते प्रदेश में सर्दी में भी बिजली की मांग का नया रिकार्ड बन रहा है। पिछले साल जनवरी के मुकाबले इस जनवरी में औसत मांग 2264 मेगावाट बढ़ गई है। इस बीच करीब 1800 मेगावाट उत्पादन बंद है, जिससे संकट गहराने के आसार हैं