फैसला : दो हजार छात्र दस साल बाद पूरी करेंगे डिग्री

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कानपुर। एक बैक-पेपर क्वालीफाई न होने से करीब दो हजार छात्र-छात्राओं को डिग्री नहीं मिली है। इससे उनका भविष्य ही अधर में लटक गया है। ऐसे छात्र लगातार एक मौका देने की बात कह रहे थे। विवि ने छात्रहित को देखते हुए इनके लिए स्पेशल बैक-पेपर कराने का फैसला लिया है। मतलब, ये छात्र 10 साल बाद अपनी डिग्री प्राप्त करने के लिए बैक-पेपर की परीक्षा देंगे।

सीएसजेएमयू कैंपस व इससे संबद्ध महाविद्यालयों में बीबीए, बीसीए व बीएससी-कृषि का कोर्स संचालित होता है। इन कोर्सों में हर साल कई ऐसे अभ्यर्थियों की डिग्री अधूरी रह जाती है, जिनका कोई एक बैक-पेपर किसी कारण से छूट जाता है। सात साल पूरे होने के बाद इन छात्रों को बैक-पेपर देने का मौका नहीं मिलता है।

छात्रों की मांग पर विवि के कुलपति ने 2012 के बाद बैक-पेपर के कारण डिग्री पूरी न होने वाले दो हजार छात्रों को स्पेशल बैक-पेपर देने का मौका देने का आश्वासन दिया था। इसके लिए विवि ने 5000 रुपये शुल्क जमा कराया था। परीक्षा नियंत्रक डॉ.अंजनी कुमार मिश्र ने बताया कि बीबीए, बीसीए व बीएससी-कृषि (ऑनर्स) के विषम सेमेस्टर के जिन छात्रों को स्पेशल बैक की परीक्षा देनी है, वह 20 जनवरी से शुरू हो रही सेमेस्टर परीक्षा के साथ देंगे। वहीं,जिनको सम सेमेस्टर का स्पेशल बैक पेपर देना है, वह आगे होने वाली सम सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होंगे।