लखनऊ : यूपी के परिषदीय स्कूलों में गणित और भाषा के सामान्य ज्ञान में बच्चे ‘सामान्य’ ही रहे हैं । बमुश्किल हुए निपुण असेसमेंट टेस्ट का दो मंडलों का रिजल्ट अब जारी हुआ है। इसमें महज 26% बच्चे ही ए और ए प्लस ग्रेड हासिल कर पाए हैं। बी, सी, डी और ई ग्रेड वालों का कुल प्रतिशत 74 है। सबसे ज्यादा 31% बच्चों को आखिरी ग्रेड ई मिला है।
निपुण भारत अभियान का मकसद है कि बच्चों को भाषा और गणित का न्यूनतम ज्ञान होना चाहिए। इसमें हर कक्षा के हिसाब से मानक तय किए गए हैं कि तय समय में कितने शब्द पढ़ने हैं और अंकों का कितना न्यूनतम ज्ञान होना चाहिए। इसके लिए ट्रेनर तैयार किए गए हैं। उसके बाद सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
इन शिक्षकों से बच्चों ने कितना सीखा, इसके लिए निपुण टेस्ट कराया गया। सबसे पहले लखनऊ और फिर अयोध्या मंडल का ऑनलाइन टेस्ट हुआ। इसमें पहले तो ‘सरल ऐप’ में ही तकनीकी दिक्कतों के कारण परीक्षा में काफी कठिनाई हुई। अब इन दो मंडलों का रिजल्ट आया है।
रिजल्ट से साफ है कि ज्यादातर बच्चे न्यूनतम मानकों को पूरा नहीं कर पा रहे। वहीं, सत्र की शुरुआत से शिक्षक और विभाग के अधिकारी इसी टेस्ट में उलझे रहे। इस वजह से ऑनलाइन छमाही और तिमाही परीक्षा की व्यवस्था भी विभाग ने खत्म कर दी। प्रदेश के अन्य मंडलों में हुए निपुण टेस्ट का रिजल्ट भी नहीं आ पाया है। कहा गया है कि मार्च में दूसरा निपुण टेस्ट होगा।
बच्चों का लर्निंग आउटकम बढ़ाने के लिए यह परीक्षा करवाई गई थी इसे अच्छी या खराब ग्रेड के आधार पर नहीं देखना चाहिए। सालाना ऑफलाइन परीक्षाओं पर जल्द निर्णय लिया जाएगा । – विजय किरण आनंद, डीजी-स्कूल शिक्षा
11 जनपदों के परिषदीय स्कूलों के बच्चों का निपुण टेस्ट का रिजल्ट घोषित, DGSE ने निपुण टेस्ट की समीक्षा के लिए सम्बन्धित जनपदों के DM व CDO से मांगा सहयोग
जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को भेजे पत्र में कहा है कि जिले के परिषदीय बच्चों को रिजल्ट प्रेरणा एप पर अपलोड किया गया है। इसमें बच्चों का श्रेणीवार आकलन किया गया है। रिजल्ट का जनपद, ब्लॉक एवं विद्यालय स्तर पर आकलन करते हुए कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
कहा है कि कक्षा एक से तीन के उपयोगार्थ आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका में भाषा एवं गणित विषयों के लिए उल्लिखित शिक्षण योजनाके अनुरूप कक्षा-शिक्षण कार्य सुनिश्चित कराया जाए। शिक्षकों की ओर से संदर्शिका में दिए गए दैनिक,साप्ताहिक शिक्षण योजना को अनिवार्य रूप से पूरा कराया जाए। रिजल्ट के आधार पर ग्रेड सी, डी एवं ई श्रेणी में आने वाले बच्चों को कक्षा एक से तीन के लिए विकसित आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका कक्षा चार, पांच के लिए विकसित भाषा एवं गणित से निर्देशिका तथा कक्षा छह से आठ के लिए विकसित संदर्शिका के सहयोग से कक्षावार अधिगम स्तर प्राप्त कर सकें।
कहाकि शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के दौरान शिक्षकों की ओर से बच्चों की समझ एवं प्रगति का आकलन किया जाए। तथा प्राप्त परिणामों के आधार पर कक्षावार निपुण तालिका अद्यतन की जाए।
निपुण टेस्ट की समीक्षा के लिए मांगा सहयोग
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी को भेजे पत्र में कहा है कि छात्र-छात्राओं के लर्निंग आउटकम के आधार पर डेटा आधारित समीक्षा करने तथा डायट प्राचार्य, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड शिक्षाधिकारी एवं को विकास खण्ड,विद्यालय स्तर पर समीक्षा करने के लिए अपेक्षित निर्देश एवं मार्गदर्शन प्रदान करें। ताकि मार्च में कराए जाने वाले द्वितीय निपुण टेस्ट के मूल्यांकन में जनपद की स्थिति बेहतर हो सके।
लखनऊ एवं अयोध्या मंडलों में आयोजित NAT परीक्षा का परिणाम जारी करते हुए C, D, E श्रेणी के बच्चों पर विशेष ध्यान दिए जाने संबंधी निर्देश जारी।