बिजनौर, प्राइवेट स्कूलों के बच्चों की तरह अब सरकारी स्कूलों के बच्चे भी नई किताब के साथ स्कूल पहुंचेंगे। पहली बार परिषदीय स्कूलों में आगामी शिक्षा सत्र के लिए बिजनौर करीब सवा लाख किताब पहुंच गई है। जल्द ही समस्त किताब आ जाएंगी। अब स्कूलों में बच्चे पुरानी किताबों के साथ नहीं पढे़ंगे।
अप्रैल से परिषदीय स्कूलों में नया शिक्षा सत्र शुरु होगा। नए शिक्षा सत्र के लिए जिला मुख्यालय पर नई किताब पहुंचने लगी है। 18 लाख किताबों में सवा लाख किताब बिजनौर आ गई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि आगामी शिक्षा सत्र से पहले ही जिले में किताब आनी शुरु हो गई हो। अप्रैल में स्कूल खुलते ही बच्चे नई किताबों के साथ स्कूल पहुंचेंगे। अध्यापकों को भी पुरानी किताब से बच्चों को पढ़ाना नहीं पडे़गा। ऐसा पहली बार हो रहा है वरना पिछले सालों में तो आधा शिक्षा सत्र गुजरने तक बच्चों को नई किताब नहीं मिलती थी। अक्टूबर तक सरकारी स्कूलों में किताब पहुंचती थी, लेकिन इस बार स्कूल खुलते ही बच्चों के बैग में किताब होगी। बच्चों के बैग में पुरानी किताब नहीं नई किताब होगी। नौनिहाल किताबों का इंतजार नहीं करेंगे। समय से टेंडर होने के कारण जिले में किताब पहुंचनी लगी है।
पुरानी किताबों के साथ बच्चों को पढ़ाना बहुत मुश्किल था परन्तु अब समय से किताब मिलने से शिक्षण कार्य सुचारु रुप से चल सकेगा।
गुलशन गुप्ता, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन
अप्रैल से शुरु होने वाले आगामी शिक्षा सत्र के लिए जिला मुख्यालय पर किताब पहुंचने लगी है। 18 लाख किताबों में से सवा लाख किताब बिजनौर आ गई है। स्कूल खुलते ही नौनिहालों के बस्ते में किताब होगी। बचचों को किताबों का इंतजार नहीं करना पडे़गा।
जयकरन यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बिजनौर।