जौनपुर के फत्तूपुर स्थित कंपोजिट विद्यालय में शिक्षकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शुक्रवार को कक्षा एक की छात्रा को शिक्षक में स्कूल में ही बंद करके चले गए। करीब डेढ़ घंटे तक वह स्कूल में बंद रही। उसके रोने की आवाज सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने दरावाजा तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला।
शिक्षकों की इस लापरवाही से परिजन और ग्रामीण नाराज हैं। उन्होंने कार्रवाई की मांग की है। दूसरी तरफ इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बीएसए ने जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को कहा। उनकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
फत्तूपुर गांव निवासी जगदीश का एक पुत्र और एक पुत्री पास के ही कंपोजिट विद्यालय में पढ़ते हैं। उनके साथ अक्सर जगदीश की छोटी बेटी प्रियंका (5) भी स्कूल में जाती है। शुक्रवार की सुबह भाई-बहन के साथ प्रियंका स्कूल गई और जिस कक्षा में बैठती थी वहीं बैठी। इस दौरान उसे नींद आ गई और सो गई।
बेटी को सामने देख सबने ली राहत की सांस
करीब तीन बजे छुट्टी हुई तो सभी बच्चे स्कूल से घर चले गए। प्रियंका के भाई-बहन भी घर चले गए। इसके बाद शिक्षक और कर्मचारी स्कूल में ताला बंद कर निकल गए। इधर, जब प्रियंका घर नहीं आई तो मां ने बच्चों से उसके बारे में पूछा। पता चला कि वह तो स्कूल से आई ही नहीं। किसी अनहोनी की आशंका में खोजबीन शुरू हुई। करीब डेढ़ घंटे के बाद प्रियंका स्कूल की तरफ से आ रही थी। उसे देख मां सहित अन्य लोगों ने राहत की सांस ली।
मां नीलम ने बताया कि बच्ची कक्ष के अंदर से ही रो रही थी तो आस-पास के लोग सुनकर पहुंचे। वहां दरवाजे को तोड़ा गया और उसे बाहर निकाला गया। इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है। खंड शिक्षा अधिकारी बदलापुर को जांच के लिए कहा गया है। उनसे आख्या लेकर लापरवाही शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी।