होलिका दहन दो दिन, रंग आठ को ही खेला जाएगा

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लखनऊ, संवाददाता। इस बार होलिका दहन दो दिन (छह व सात मार्च) किया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो ग्रहीय स्थिति की वजह से होलिका दहन का दो दिन योग बन रहा है। होली इस बार आठ मार्च यानी बुधवार को ही खेली जाएगी। ज्योतिषाचार्यों में होलिका दहन को लेकर मतभिन्नता है लेकिन रंग खेलने को लेकर सभी एक मत हैं।

पूर्णिमा में नहीं खेला जाता है रंग उत्थान ज्योतिष संस्थान के ज्योतिर्विद पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि पूर्णिमा तिथि छह मार्च की शाम 3:57 बजे से शुरू हो जाएगी, जो कि मंगलवार यानी सात मार्च की शाम 5:40 बजे तक रहेगी। पूर्णिमा में रंग नहीं खेला जाता है। स्वास्तिक ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल और पं. रमेश चंद्र शास्त्री ने बताया कि महावीर पंचांग अनुसार पूर्णिमा तिथि का मान छह मार्च को दिन में 3:57 बजे से सात मार्च शाम 5:40 बजे तक है। होलिका दहन पूर्णिमा तिथि की रात में भद्रा के बाद किया जाता है। यदि भद्रा मध्य रात्रि तक व्याप्त हो तो ऐसी परिस्थिति में भद्रा काल में उसका अंतिम सिरा खोजकर आधी रात के बाद होलिका दहन होगा। इसलिए छह व सात मार्च मध्य रात्रि को भद्रा पुच्छ रात 12:23 बजे से लेकर रात 1:35 बजे के बीच होलिका दहन का मुहूर्त बन रहा है। सात मार्च को स्नान दान की पूर्णिमा है। सीतापुर रोड हाथी वाले मंदिर के ज्योतिषाचार्य पं. आनंद दुबे और राजेंद्र नगर महाकाल मंदिर के संयोजक अतुल मिश्रा ने बताया कि फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि छह मार्च की शाम 4:17 बजे से शुरू होकर सात मार्च शाम 6:09 बजे पर समाप्त होगी।

दहन का शुभ मुहूर्त

06:10 बजे शाम

से रात 8:37 बजे तक सात मार्च को होलिका दहन का शुभ मुहूर्त । रंगों की होली आठ मार्च को होगी।

12:33 बजे रात

से लेकर 1:35 बजे के बीच होलिका दहन का मुहूर्त बन रहा है छह और सात मार्च को