उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों का नया सत्र शनिवार से शुरू हुआ. ऐसा पहली बार है जब 1 अप्रैल को सत्र के पहले ही दिन इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के हाथों में किताबें पहुंचने लगी.
New Up Board Sessions
खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्कूल चलों अभियान की शुरुआत की. इस अवसर पर सीएम ने 5 छात्र-छात्राओं को मंच पर उनकी किताबें दी. अगर पिछले सालों की बात करें तो इन स्कूलों में सत्र शुरू होने के 6-6 महीने बाद तक किताबें पहुंचती रहती थी.
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि यूपी प्राचीन काल से शिक्षा और स्वास्थ्य का केंद्रबिंदु रहा है, लेकिन एक समय ऐसा आया जब ज्ञान, विज्ञान, समृद्धि, संसाधनों की जगह गुंडागर्दी, अराजकता, दंगे यूपी की पहचान बन गए थे. बीमारी, अव्यवस्था, भ्रष्टाचार यूपी की पहचान बन गए थे, लेकिन 6 साल में सरकार ने जो कदम उठाए उसके परिणाम हर क्षेत्र में दिख रहे. स्कूल चलो अभियान 1 जुलाई 2017 को शुरू किया था.जुलाई 2017 में 1 करोड़ 34 लाख बच्चे थे परिषदीय स्कूलों में जो संख्या आज बढ़कर 1 करोड़ 92 लाख हो चुकी है.
इस मौके पर सीएम योगी ने ये कहा
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के 1 लाख 56 हज़ार स्कूल में से 1 लाख 36 हज़ार को आपरेशन कायाकल्प में बुनियादी सुविधाओं के साथ स्मार्ट क्लास तक दे चुके है. बचे 20 हजार स्कूल को इस सत्र में पूरा कर देंगे. बेसिक और माध्यमिक शिक्षा में हमने 1 लाख 60 हज़ार शिक्षकों की तैनाती की. 1 महीने तक स्कूल चलो अभियान चलेगा. शिक्षक, प्रधानाचार्य ग्राम पंचायत साथ बैठक करें, अभिभावकों साथ बैठक करें, घर घर जाकर ग्राम पंचायत की स्क्रीनिंग करें. किस आर्थिक सामाजिक परिस्थिति में रहने वाले लोग उनका डेटा तैयार करें. हो सके तो बेसिक शिक्षा विभाग एक पोर्टल तैयार कर इस डेटा को अपलोड करे. उसी समय आधार ऑथेंटिकेशन की कार्रवाई करें. सभी डीएम, बीएसए इसमे लगें.
‘एक भी बच्चा आउट ऑफ स्कूल न हो’
सीएम योगी ने कहा कि अगले 1 से 2 महीने में डीबीटी से पैसा खाते में पहुंच जाए जिससे समय रहते यूनिफार्म खरीद सकें. हर ग्राम पंचायत में हम खेल मैदान सुनिश्चित कर रहे हैं. प्रयास हो कि एक भी बच्चा आउट ऑफ स्कूल न हो. शत प्रतिशत साक्षरता ही यूपी की सबसे बड़ी पूंजी होगी. अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने कहा कि हमारा लक्ष्य अगके 10 दिन में एक एक स्कूल तक किताबों का वितरण पूरा करने का है. इसके अलावा डीबीटी से बच्चों के अभिभावकों के खाते में पैसा भेजने की तैयारी भी अंतिम चरण में है।
सीएम योगी ने इस अवसर पर विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी शुरू किया. सीएम योगी ने कहा कि यूपी में अलग अलग क्षेत्र में अलग अलग बीमारी आती है, जैसे पूर्वांचल के कई जिलों में मस्तिष्क ज्वर हज़ारों बच्चों की जान लेता था. वाराणसी के आसपास कालाजार का प्रकोप रहता था. 1 अप्रैल 2018 को हमने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू किया. आज परिणाम सामने है कि यूपी का मॉडल देश मे माना जा रहा है. मस्तिष्क ज्वर यानी इंसेफेलाइटिस की बात करें.तो सिर्फ गोरखपुर और बस्ती मंडल में 40 साल में 50 हज़ार बच्चों की मौत हुई थी.आज इसे पूरी तरह नियंत्रित किया जा चुका है.