संतकबीरनगर, खण्ड शिक्षाधिकारी बेलहर कलां ज्ञानचन्द्र मिश्र पर क्षेत्र के उच्चतर प्राथमिक विद्यालय बूढ़ी बेलहर के प्रधानाध्यापक राम सुरेश समेत शिक्षको ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। शिक्षकों का आरोप है कि चिकित्सीय अवकाश स्वीकृति करने के नाम पर खण्ड शिक्षाधिकारी स्थित मांगते है। देने की दशा में निलम्बित करने की धमकी देते है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उच्चतर प्राथमिक विद्यालय ही बेलहर के सहायक अध्यापक राम प्रसाद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 27 फरवरी 2023 को तबियत खराब हो जाने के कारण 2:15 बजे दवा लेने के लिए खलीलाबाद गया था। खण्ड शिक्षाधिकारी बैहर कलां दूसरे मीटिंग में अनुपस्थित कर दिये जबकि प्रार्थी चिकित्सीय अवकाश के लिए पोर्टल पर आवेदन किया था। सहायक अध्यापक ने कहा कि खण्ड शिक्षा अधिकारी छुट्टी स्वीकृति करने के नाम पर पाँच हजार रुपया रिश्श्रत लिये। इसी प्रकार सहायक अध्यापक सत्य प्रकाश का आरोप है कि बीते 28 मार्च का चिकित्सीय अवकाश के लिए पोर्टल पर आवेदन किया था लेकिन खण्ड शिक्षाधि कारी 10 अप्रैल 2023 को चिकित्सीय अवकाश निरस्त कर दिया। प्रार्थी ने इस संबंध में खण्ड शिक्षा अधिकारी से 11 अप्रैल को जानकारी लेना चाहा तो खण्ड शिक्षा अधिकारी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया और पैसा न देने पर निलंबित करने का धमकी दिया।
खण्ड शिक्षा अधिकारी के इस कार्य शैली को शिक्षको में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। सबसे बेहद गंभीर बात यह है कि योगी सरकार जीरो टालेंस पर काम करने का दावा कर रही है, लेकिन उन्ही के कारिंदे योगी सरकार के सपनों को चकनाचूर करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हालाकी रिश्वत लेने के आरोप में पांच वर्ष के भीतर जिले के आधा दर्जन सरकारी अधिकारी/ कर्मचारी एंटी क्रप्सन टीम के हत्थे चढ़ चुके है। लोगों के बीच इन दिनो इस बात की सुगबुगाहट तेज हो गयी है कि रिश्वत लेने के आरोप में खण्ड शिक्षाधिकारी कहाँ चपेट में न आ जाये। नाम न छापने के शर्त पर बेलहर क्षेत्र के दर्जनों शिक्षको ने कहा कि जब से खण्ड शिक्षाधिकारी ज्ञान चन्द्र मिश्र हुए है तबसे शिक्षको का उत्पीड़न लगातार हो रहा है। दबी जुबान से शिक्षको ने कहा कि खण्ड शिक्षा अधिकारों के कार्य शैली को लेकर जल्द ही हम लोग सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे.
रिश्वत मांगना गलत बात है : बीएसए
संतकबीरनगर। इस बात जब खण्ड शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी से बात किया गया तो उन्होने कहा कि रिश्वत मांगना गलत बात है। बीएसए ने कहा कि यदि मेरे पास शिक्षको की लिखित शिकायत आयी तो उसकी जांच कराउंगा और दोषी पाये जाने पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। एक सवाल के जवाब में बीएसए ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप सभी खण्ड शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया गया लेकिन इसके बावजूद यदि रिश्वत मांगने का आरोप लग रहा है तो यह प्रकरण गंभीर है।