उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अपनी विभिन्न भर्तियों के लिए अभ्यर्थियों की ओर से लगाए जाने वाले प्रमाणपत्रों का सत्यापन भी ऑनलाइन कराएगा। इससे सत्यापन में लगने वाले समय को कम करने में मदद मिलेगी और भर्तियां समय से पूरी हो सकेंगी। पीसीएस जैसी बड़ी भर्तियों की मुख्य परीक्षा से ऑनलाइन सत्यापन कराया जाएगा, क्योंकि प्रारंभिक परीक्षा में आवेदकों की संख्या बहुत अधिक होने के कारण अभिलेखों को अपलोड करवाना संभव नहीं।
वैसे भी अंतिम चयन मुख्य परीक्षा के आधार पर होता है। दरअसल औपबंधिक चयन होने पर दो से पांच प्रतिशत तक सीटें बाद में खराब चली जाती हैं जिससे दूसरे छात्र का नुकसान होता है। लोक सेवा आयोग ने फिलहाल एक साल तक ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन यानि हाईब्रिड मोड में प्रक्रिया जारी रखने का निर्णय लिया है ताकि अचानक व्यवस्था परिवर्तन से कोई परेशानी न हो। नई व्यवस्था से अभ्यर्थियों को आयोग के चक्कर काटने से भी मुक्ति मिलेगी। वर्तमान में मुख्य परीक्षा या सीधी भर्ती में ऑनलाइन आवेदन की हार्डकॉपी अभ्यर्थियों को आयोग में जमा करनी पड़ती है।