दिल्ली से सटे एनसीआर और पश्चिमी यूपी में मंगलवार को कई इलाकों में बारिश हुई। अगले दो दिनों के लिए भी मौसम विभाग ने भविष्यवाणी जारी की है। इसके अनुसार अगले दो दिन यानी बुधवार औऱ गुरुवार को भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चलने और बारिश होने के आसार हैं। पूर्वी अंचल में मौसम साफ रहने की उम्मीद है। अगले पांच दिनों में प्रदेश में दिन के तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी के भी संकेत दिए गए हैं।
बीते 24 घंटों के दौरान पूर्वी व पश्चिमी अंचलों के कुछ स्थानों पर आंधी आयी और बारिश हुई। इस दरम्यान सबसे अधिक पांच सेमी बारिश एटा के जलेसर में दर्ज की गई। इसके अलावा बिजनौर में तीन, हाथरस के सादाबाद, सहारनपुर में दो-दो, बिजनौर के चंदनपुर, आगरा, बदायूं के सहसवां और सुल्तानपुर में एक-एक सेण्टीमीटर बारिश दर्ज की गई।
इटावा में मैनपुरी अंडरपास पर जलभराव में फंसी रोडवेज की बस
मंगलवार दोपहर में हुई तेज बारिश के चलते मैनपुरी अंडरपास में फिर कई फीट पानी से भर गया। ऐसे में आगरा से आ रही रोडवेज की बस फंसने से 50 से अधिक यात्रियों की जान खतरे में पड़ गई। चीख-पुकार मचने के बाद मौके पर पहुंची पालिका की रेस्क्यू टीम ने जेसीबी के जरिए बस को खींचकर बाहर निकाला और यात्रियों की जान बचाई। प्रशासनिक लापरवाही के कारण मैनपुरी अंडरपास पर आगरा की ओर से आने वाले वाहन तेज बारिश के बावजूद पुल से गुजरते रहे।
इसी बीच अचानक पानी तेजी से बढ़ने के बाद रोडवेज की बस उसमें फंस गई थी। मंगलवार दोपहर शहर में हुई बारिश ने मैनपुरी अंडरपास को फिर से यातायात के लिए बंद कर दिया है। पानी का स्तर काफी अधिक होने से एहतियात के तौर पर शहर की ओर बैरियर लगा दिया गया है।
मई में रिकॉर्ड तोड़ रही बारिश
मई के महीने की विदाई भी बारिश के रिकार्ड टूटने के साथ हो रही है। मार्च, अप्रैल और मई…अमूमन, ड्राई यानि बारिश के मामले में कमोबेश सूखे ही जाने वाले इन तीन महीनों ने इस बार भीगे-भीगे होने की हैट्रिक जड़ दी।
मुरादाबाद में इस बार मई के महीने में 77.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जोकि औसत के मुकाबले पांच गुना अधिक है। मुरादाबाद में मई के महीने की औसत बारिश 15 मिलीमीटर होती रही है। इससे पहले इस बार मार्च में भी औसत की तुलना में पांच गुना अधिक बारिश रिकार्ड हुई थी, जबकि, अप्रैल में औसत के मुकाबले चार गुना अधिक पानी बरसा था।
मुरादाबाद मौसम वेधशाली प्रभारी निसार अहमद अंसारी के अनुसार अप्रत्याशित रूप से इस बार पश्चिमी विक्षोभ की अधिक संख्या में आमद होने के चलते इन तीन महीनों में सामान्य काफी ज्यादा बारिश दर्ज हुई है जबकि, अमूमन, ये महीने बारिश के मामले में लगभग सूखे ही माने जाते हैं।
औसत से नीचे लुढ़का रखा पारा
अप्रैल और मई में इस बार सिर्फ तीन-चार दिन ऐसे रहे जब लोगों ने गर्मी की शिद्दत का एहसास किया। मुरादाबाद में मार्च से लेकर मई तक तापमान औसत के मुकाबले पांच से आठ डिग्री सेल्सियस तक नीचे बना रहा। मौसम विभाग ने जून का आगाज भी औसत से कम गर्मी के साथ होने के आसार जताए हैं। हालांकि, पहला हफ्ता बीतने के बाद भीषण गर्मी का दौर शुरू होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।