1200 में से मात्र 104 शिक्षकों ने मांगा गृह जनपद

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बुलंदशहर : अंतरजनपदीय स्थानांरण में इस बार जिलों में पद न होने के कारण काफी शिक्षकों का गृह जनपद जाने का सपना टूटा है। जिले से 1200 में से मात्र 104 शिक्षकों ने ही आवेदन किया है, मनचाहे जिलों में शिक्षकों के स्थानांतरण इस बार नहीं हो सकेंगे। प्रत्येक वर्ष अंतरजनपदीय स्थानांतरण में जिले से करीब 1200 तक शिक्षक आवेदन करते थे, मगर इस बार कुल 104 शिक्षकों ने आवेदन किया है, इसमें सबसे ज्यादा महिला शामिल हैं। शासन ने अब शिक्षकों को ऑनलाइन आवेदन में संशोधन करने का मौका दिया है, इसके लिए 17 जून तक वेबसाइट खुली रहेगी। इसके बाद शिक्षकों को अपनी फाइलें विभाग में जमा करानी होंगी। जिल 104 शिक्षकों ने आवेदन किया है जांच के दौरान इनके निरस्त होने का भी खतरा है। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों के शासन द्वारा अंतरजनपदीय स्थानांतरण किए जा रहे हैं। अधिकांश शिक्षक वेस्ट यूपी के जिलों में जाना चाहते हैं, मगर यहां के अधिकांश जिलों में पद रिक्त न होने के कारण शिक्षकों का घर जाने का सपना टूटा है।

पूर्वांचल के जिलों में ज्यादा पद

अंतरजनपदीय स्थानांतरण में पूर्वांचल के जिलों में सबसे ज्यादा पद रिक्त हैं। विभाग की मानें तो जिन 104 शिक्षकों ने आवेदन किया है यह सब उधर की तरफ के रहने वाले हैं। मेरठ मंडल के जिलों में तो पद रिक्त नहीं हैं, सहारनपुर मंडल के जिलों में कुछ पद रिक्त बताए गए हैं। विभाग की मानें तो शासन स्तर से तबादलों की सूची जारी होगी, विभाग केवल फाइलों की जांच के बाद आगे की कार्यवाही करेगा। इसी माह में शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण होने हैं, तो इसके लिए शासन स्तर में कार्यवाही चल रही है।

कोट–

अंतरजनपदीय स्थानांतरण में जिले से 104 आवेदन हुए हैं। शिक्षकों को 17 जून तक संशोधन का मौका दिया है। शासन स्तर से स्कूलों में पदों की प्रकि्रया हुई है, जिला स्तर पर इसमें कुछ नहीं है। शासन की गाइड लाइन के अनुसार विभाग कार्य कर रहा है। शिक्षकों से अब फाइलें जमा कराई जाएंगी।

-बीके शर्मा, बीएसए