स्कूली बच्चों से धूप में कोई काम न लें
● बच्चों को धूप में किसी भी प्रकार के कार्यों में न लगाया जाए।
● खेल एवं अन्य आउटडोर गतिविधियां प्रात काल 900 बजे तक पूर्ण कर ली जाएं।
● बच्चों को अपने साथ पानी पीने की बोतलें लाने के लिए कहा जाए। घर वापस जाते समय यह सुनिश्चित करें कि बोतलों में पानी अवश्य हो। ● विद्यालयों में बच्चों को मीनू के अनुसार ताजा एवं गुणवत्ता युक्त गरमा-गरम मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराएं।
● विद्यालय स्तर पर फर्स्ट एड की व्यवस्था करें जिसमें ओआरएस, बुखार, उल्टी आदि से जुड़ी दवाई उपलब्ध हो।
● सभी कक्षाओं के सभी पंखे काम कर रहे हो ताकि बच्चों के लिए उचित वातावरण उपलब्ध हो सके।
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। भीषण उमस व गर्मी का स्कूली बच्चों पर पड़ रहे दुष्प्रभाव के मद्देनजर स्कूलों के समय में परिवर्तन करने में आ रही तकनीकी दिक्कतों को देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने अब सभी स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी की है। बीएसए के माध्यम से सभी प्रधानाध्यापक, एआरपी, एसआरजी, जिला समन्वयक एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों को भेजे 20 बिन्दुओं की इस एडवाइजरी को तत्काल प्रभाव से अमल में लाने को कहा गया है।
साथ ही यह ताकीद की गई है कि तापमान और आर्द्रता में उत्तरोत्तर वृद्धि होने के कारण उमस भरी गर्मी से बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। ऐसी स्थिति में विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों तथा शिक्षकों को विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है। उमस भरी गर्मी के कारण शरीर में पानी की कमी होने तथा अन्य समस्याएं यथा बुखार आना, चक्कर आना, मांस पेशियों में ऐंठन, थकान कमजोरी, सिर-दर्द, उल्टी आदि आना हो सकता है। इसके अतिरिक्त आइ-फ्लू का प्रकोप भी फैल रहा है। ऐसी स्थिति में विद्यालय स्तर पर विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।