शिक्षा मंत्रालय ने मई में एक से 15 सितंबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से मई में ही पंद्रह दिन का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है।
शिक्षा मंत्रालय की पहल पर बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से एक से 15 सितंबर तक स्कूलों में स्वच्छता पखवाड़ा मनाने का निर्णय लिया है। विभाग की ओर से इसके लिए प्रतिदिन का अलग-अलग कार्यक्रम जारी किया गया है। इसमें तीन व दस सितंबर को रविवार, छह सितंबर को चेहल्लुम और सात सितंबर को जन्माष्टमी का भी कार्यक्रम निर्धारित है। जबकि शैक्षणिक कैलेंडर में चेहल्लुम और जन्माष्टमी की छुट्टी है। इसे लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी है।
शिक्षा मंत्रालय ने मई में एक से 15 सितंबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से मई में ही पंद्रह दिन का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इसमें छात्रों, शिक्षकों और समुदाय की सक्रिय भागीदारी के साथ विद्यालयों में स्वच्छता अभियान चलाने व इससे संबंधित गतिविधियों के आयोजन के निर्देश दिए हैं।
इसके तहत स्वच्छता शपथ, विद्यालयों में साफ-सफाई, पानी की बेहतर व्यवस्था, निबंधन, स्लोगन, पेंटिंग, भाषण, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के आयोजन होने हैं। इन गतिविधियों की फोटो भी वेबसाइट पर अपलोड करनी है। सितंबर करीब आने के साथ ही इसे लेकर बीएसए की ओर से भी निर्देश जारी किए जा रहे हैं। फिर से छुट्टियों में स्कूल खोले जाने से शिक्षकों में नाराजगी बढ़ रही है।
यह है निर्धारित कार्यक्रम
एक सितंबर- स्वच्छता शपथ दिवस
दो-तीन सितंबर- स्वच्छता जागरूकता दिवस
चार-पांच सितंबर- सामुदायिक सहभागिता
छह सितंबर- ग्रीन स्कूल मुहिम
सात-आठ सितंबर- स्वच्छता प्रतिभागिता दिवस
नौ-दस सितंबर- हाथ धुलाई दिवस
11 सितंबर- व्यक्तिगत स्वच्छता दिवस
12 सितंबर- स्वच्छता विद्यालय प्रदर्शनी दिवस
13-14 सितंबर- स्वच्छता कार्यकलाप दिवस
15 सितंबर- पुरस्कार वितरण दिवस
*मोहर्रम की छुट्टी और 13 अगस्त रविवार को भी स्कूल खोले गए थे। सितंबर में तीन-सात सितंबर को रविवार और छह को चेहल्लुम, सात को जन्माष्टमी की छुट्टी में स्वच्छता पखवाड़ा मनाने का निर्देश दिया जा रहा है। प्रतिकर अवकाश भी खत्म कर दिया गया है। यह शिक्षकों के साथ अन्याय है। सरकार हमें 30 दिन का ईएल दे।*
*निर्भय सिंह,उपाध्यक्ष,*
*उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ*