गोरखपुर के सरदारनगर के प्राथमिक विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम) लक्ष्मणपुर में शुक्रवार की सुबह उपस्थिति रजिस्टर को लेकर हुई कहासुनी में बवाल हो गया। शिक्षिकाओं ने प्रधानाध्यापक की चप्पलों से पिटाई कर दी। स्कूल पर पहुंचे अधिकारियों के सामने भी दोनों पक्ष हंगामा करते रहे। प्रशासन ने दोनों पक्षों का बयान दर्ज कर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट आगे बढ़ा दी है।
सहायक अध्यापिका वंदना मौर्य के मुताबिक 30 अगस्त को बिना किसी छुट्टी के प्रधानाध्यापक विद्यालय नहीं आए थे। उसी की उपस्थिति बनाने के लिए शुक्रवार को शिक्षक उपस्थिति पंजिका मांग रहे थे। जब उनसे कहा कि रजिस्टर की जानकारी उन्हें नहीं है तो वह झगड़े पर आमादा हो गए। अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए जेल भिजवाने की धमकी दी। शिक्षिकाओं का आरोप है कि वह प्रार्थना सभा में नहीं आते।
शिक्षिकाओं का कहना कि प्रधानाअध्यापक स्कूल में बच्चों की संख्या बढ़ाने में कोई रुचि नहीं लेते हैं। मारपीट का आरोप गलत है। प्रधानाध्यापक ने ही दुर्व्यवहार किया है।
क्या कहना है प्रधानाध्यापक का
प्रधानाध्यापक सुभाष शर्मा ने कहा कि वह उपस्थिति पंजिका मांग रहे थे। शिक्षिका वंदना मौर्य और अन्य शिक्षिकाएं उसे छुपा कर कहीं रख दी थीं। इस बात को लेकर कहासुनी होने लगी। जब उन्होंने कहासुनी का वीडियो बनाना शुरू किया तो पूनम मौर्या ने उनका मोबाइल छीन लिया। इस दौरान तू-तू मैं-मैं भी शुरू हो गई। शिक्षकाओं ने अभद्र भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया। इसी दौरान शिक्षिकाओं ने उनके ऊपर चप्पल चला दिया। विवाद की सूचना पाकर नायब तहसीलदार संजय सिंह और बेसिक शिक्षा विभाग के बीईओ पहुंचे और दोनों पक्षों का बयान दर्ज किया। आगे की कार्रवाई के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है। बताते हैं कि मामले को मैनेज करने की भी कोशिश की गई लेकिन ग्रामीणों और मीडिया के जुटने के कारण मैनेज नहीं हो सका।
छह लोग हैं तैनात
इस प्राथमिक विद्यालय में कुल 226 बच्चे पंजीकृत हैं। यहां प्रधानाध्यापक सुभाष शर्मा, तीन सहायक अध्यापक बन्दना मौर्य, पूनम मौर्य, ईशान सिंह और दो शिक्षामित्र अमृता सिंह व मीरा देवी कार्यरत हैं। वहीं, प्रधानाध्यापक ने दावा किया कि सहायक अध्यापक हमेशा लेट आती हैं। बिना छुट्टी लिए ही गैरहाजिर रहती हैं।
फफक पड़े प्रधानाध्यापक
बताते हैं कि घटना के बाद प्रधानाध्यापक सुभाष शर्मा ने डायल 112 नंबर, एसडीएम चौरीचौरा और ग्राम प्रधान शांति देवी के प्रतिनिधि को इसकी जानकारी दी। पुलिस और अधिकारियो के पहुंचने पर प्रधानाध्यापक फफक पड़े। उन्होंने न्याय की गुहार लगाई।
बीएसए ने कहा
बीएसए रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सरदार नगर के प्राथमिक विद्यालय का मामला संज्ञान में आया है। दोनों पक्षों की राय जानने के बाद आपस में समझौता कराया गया। भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसकी चेतावनी दी गई है।