सूबे के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं शिक्षणेतरकर्मियों के निलंबन व बहाली के बाद विद्यालय आवंटन ऑनलाइन करने का निर्देश दिया गया है। इसमें 24 शिक्षकों का ऑनलाइन बहाली मिल गई है। जबकि 92 को बहाली का इंतजार है।
पोर्टल के अनुसार मात्र 29 जिलों में शिक्षकों का निलंबन है। कुल 116 शिक्षक निलंबित हैं। 24 की बहाली हो चुकी है, 92 की बहाली शेष है। बदायूं में नौ, हरदोई में 17, अयोध्या में तीन, फिरोजाबाद में दो, कुशीनगर, मेरठ, अमेठी, इटावा, गोरखपुर में दो-दो शिक्षक निलंबित बताए गए हैं।
बदायूं में नौ शिक्षकों की बहाली हो चुकी है जबकि हरदोई में तीन, अयोध्या में दो, फिरोजाबाद में दो, कुशीनगर में दो, मेरठ में दो, अमेठी, इटावा, गोरखपुर में एक-एक शिक्षक बहाल हुए हैं। विदित हो कि पिछले दिनों निलंबन और बहाली के पोर्टल पर उपलब्ध डाटा का विश्लेषण से पता चला है कि अब तक पोर्टल पर कार्य पूरी तरह से नहीं किया जा रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने सभी जिलों के बीएसए को पत्र लिखा है। निर्देशित किया है कि कार्यप्रणाली में शीघ्र बदलाव लाएं।
मानव संपदा पोर्टल पर 1455 का निलंबन
वहीं, मानव संपदा पोर्टल पर दूसरी जानकारी दी गई है कि सभी 75 जिलों में 1455 लोगों के निलंबन की कार्रवाई हुई। सबसे अधिक उन्नाव और जालौन में 55 शिक्षक निलंबित हैं। प्रतापगढ़ में नौ, प्रयागराज में 37, कौशाम्बी में 16, आगरा में 45, अलीगढ़ में 42, अंबेडकर नगर, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच में क्रमश 13, 11, सात, तीन, 13, 12, सात, आठ, छह, 27, 30, 21, 19, 25 लोगों को निलंबित किया गया है। बिजनौर, बदायूं, बुलंदशहर में आठ, 22 व 29 लोगों के निलंबन की सूचना है।