प्रयागराज। शनिवार को मध्य रात्रि के बाद इस वर्ष का अंतिम खंडग्रास चंद्रग्रहण लगेगा। चंद्र ग्रहण प्रयागराज में दिखाई देगा। इसलिए ग्रहण का सूतक काल भी मान्य होगा।
उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पंडित डॉ. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार चंद्रग्रहण शनिवार की रात 105 बजे शुरू होगा। ग्रहण का मध्य रात में 1 44 बजे होगा। रात 223 बजे चंद्र ग्रहण समाप्त होगा। ग्रहण का सूतक काल शाम 405 से आरंभ हो जाएगा। सूतक लगने पर मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे। मठ-मंदिरों में भजन, कीर्तन होगा। पूर्वांचली के अनुसार सूतक काल में दान, जप का विशेष महत्व है। सूतक काल के दौरान भगवान की मूर्ति स्पर्श करना, खाना-पीना, सोना, नाखून कटना, तेल लगाना आदि वर्जित माना गया है। इस अवसर पर श्रद्धालु संगम व गंगा यमुना में आस्था की डुबकी लगाएंगे। शरद पूर्णिमा से कार्तिक मास स्नान-दान भी शुरू हो जायेगा। बलुआघाट एक माह तक गुलजार रहेगा।