लखनऊ, । सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर चर्चाओं में आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि एनसीईआरटी रामायण और महाभारत को पाठ्यक्रम में शामिल कर क्या चीर हरण को बढ़ावा देना चाहती है। उन्होंने कहा है कि अब फिर से शंबूक का सिर व एकलव्य का अंगूठा न काटा जाए इस बात को भी ध्यान में रखने की जरूरत है।
उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स पर कहा है कि एनसीईआरटी व सरकार क्या रामायण और महाभारत को पाठयक्रम में शामिल कर सीता, शूर्पणखा व द्रौपदी जैसी महान देवियों को क्रमश अग्नि परीक्षा के बाद भी परित्याग, वैवाहिक प्रस्ताव पर नाक-कान काटने की त्रासदी व द्रौपदी जैसी अन्य तमाम देवियों के चीरहरण को बढ़ावा देना चाहती है? एक ने भाई को भाई से लड़ाने का काम तो दूसरे ने भाइयों-भाइयों को आपस में लड़ाया। क्या सरकार पारिवारिक विघटन की पक्षधर है?