लखनऊ। फर्जीवाड़ा कर एक करोड़ 42 लाख रुपये की पेंशन हड़पने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी कोषागार की निलंबित लेखाकार सहित सभी पांच आरोपियों को नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा है। बयान दर्ज होने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई शुरू करेगी। उधर संबंधित बैंकों से खातों का विवरण लेकर पुलिस सुबूत जुटा रही है। मालूम हो कि कोषाधिकारी राहुल
सिंह की तहरीर पर 27 नवंबर को कैसरबाग थाने में फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया गया था। इसमें कोषागार की लेखाकार रेणुका राम व उनके रिश्तेदार विशाल, गुलभी, रामरती व परिचित प्रतींद्र कश्यप नामजद आरोपी हैं। आरोप है कि रेणुका ने इन सभी के नाम से बैंक खाते खुलवाए। फर्जी दस्तावेज तैयार किए और आठ साल तक इन खातों में पेंशन लेती रहीं। विभागीय जांच में इसका खुलासा हुआ। केस की विवेचना एसीपी कैसरबाग प्रकाश चंद्र अग्रवाल कर रहे हैं। एसीपी ने रेणुका समेत अन्य आरोपियों को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा है।
सत्यापन व बयान के बाद कार्रवाई तय
मामले में विभागीय जांच हुई थी, जिसमें सभी सुबूत जुटाए गए थे। रेणुका ने जो फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे, वह भी जांच में शामिल किए गए थे। ये सभी दस्तावेज पुलिस को विभाग की तरफ से उपलब्ध करवाए गए हैं। पुलिस इनका अपने स्तर से सत्यापन करेगी। आरोपियों के बयान दर्ज करेगी और जो सुबूत बचे होंगे वह भी जुटाएगी। इसके बाद आरोपियों पर कार्रवाई होगी।