लखीमपुर खीरी। 10 नवंबर से सही समय पर उपस्थिति के अलावा परिषदीय विद्यालयों में प्रयोग होने वाले 12 रजिस्टरों का डिजिटलीकरण होना था, लेकिन अभी तक कई अध्यापकों ने टैबलेट ही इंस्टॉल नहीं कराए हैं। वह रियल टाइम अटेंडेंस का विरोध पहले से ही कर रहे हैं। ऐसे में विभाग में डिजिटलीकरण अभियान को ही पलीता लगाया जा रहा है।
जिले में संचालित हो रहे कुल 3106 परिषदीय स्कूलों में तैनात अध्यापकों में से अभी तक 5023 अध्यापकों को टैबलेट दिया जा चुका है। टैबलेट को एक्टिव करने के साथ ही डाटा अपलोड करने में होने वाले नेट और अन्य खर्चों के लिए कंपोजिट ग्रांट से प्रति महीने 1500 रुपये खर्च करने की अनुमति भी मिल गई।
इसके बाद भी अभी तक करीब 10 से 12 फीसदी शिक्षकों ने टैबलेट सिक्रय नहीं किए हैं। विभागीय सूत्रों की माने तो टैबलेट एक्टिव करने के लिए ईमेल आईडी और अन्य जरूरी नियमों का पालन करना होता है, लेकिन सही जानकारी न होने की वजह से अध्यापक इसे एक्टिव नहीं कर पा रहे हैं।
एक महीने से जारी है विरोध
करीब एक महीने पहले परिषदीय स्कूलों में तैनात अध्यापकों को स्कूली रजिस्टरों को डिजिटल स्वरूप देने और रियल टाइम अटेंडेंस करने की कवायद शुरू की जानी थी, लेकिन शिक्षकों के बढ़ते विरोध के कारण एक भी शिक्षक ने रियल टाइम अटेंडेंस नहीं लगाई। वहीं स्कूल में उपयोग होने वाले 12 रजिस्टरों का डाटा पोर्टल पर अपलोड करने का कार्य शुरू कर दिया था। बीते कुछ दिनों से शिक्षक इस कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं।
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि लगातार शिक्षकों को टैबलेट एक्टिव करते हुए डाटा पोर्टल पर अपलोड करने की बात कही जा रही है। जल्द ही सभी टेबलेट एक्टिव हो जाएंगे। कहा कि यदि शिक्षक इस कार्य में लापरवाही बरतेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इन रजिस्टरों का डाटा होगा अपलोड
उपस्थिति पंजिका, प्रवेश पंजिका, कक्षावार छात्र उपस्थिति पंजिका, एमडीएम पंजिका, समेकित निशुल्क सामग्री वितरण पंजिका, स्टॉक पंजिका, आय-व्यय व चेक इश्यू पंजिका, बैठक पंजिका, निरीक्षण पंजिका, पत्र व्यवहार पंजिका, बाल गणना पंजिका के अलावा पुस्तकालय एवं खेलकूद पंजिका।
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महानिदेशक ने जताई नाराजगी
परिषदीय स्कूलों में जिन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को टैबलेट उपलब्ध कराए जा चुके हैं। उनमें भी कई ऐसे अध्यापक हैं, जिन्होंने अभी तक अपना टैबलेट सक्रिय नहीं किया। इस पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने नाराजगी जताते हुए बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी को निर्देश जारी किए हैं कि वह ऐसे स्कूलों को चिह्नित करते हुए जारी करें। इतना ही नहीं प्राथमिकता के आधार पर इस कार्य को पूरा कराने के भी निर्देश जारी किए हैं।