लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब सरकार ईमानदारी के साथ काम करती है तो राज्य के बारे में धारण भी बदलती है। पहले प्रदेश के लोगों के सामने पहचान का संकट था। वहीं, आज वह सीना तान कर कहते हैं कि मैं उत्तर प्रदेश का हूं। पिछले 7 वर्षों में करोड़ों युवाओं को रोजगार मिला। सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खेल करने वालों से सख्ती से निपटेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातें गुरुवार को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में कहीं।
उन्होंने नव चयनित उप जिलाधिकारियों, पुलिस उपाधीक्षकों एवं लेखाधिकारियों को नियुक्ति पत्र बांटते हुए कहा कि उनके पास 30 से 35 वर्ष का समय जनता जनार्दन की सेवा करने का है। उनकी दुआएं लेने का है, ताकि अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी आयोग और बोर्ड ने मात्र 9 माह में चयन की प्रक्रिया पूरी की है। इसमें न किसी की सिफारिश की जरूरत पड़ी और न कोई हस्तक्षेप हुआ। वहीं जिन लोगों ने परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने की कोशिश की, वह लोग उसका खामियाजा भुगत रहे हैं।
उनकी प्रॉपर्टी जब्त कर ली गई, उनके घर पर रेड पड़ी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसे में उन्हे थाने जाकर वहां की एक-एक गतिविधियों को देखना होगा। इसके साथ ही पब्लिक से कैसा व्यवहार हो रहा है, चार्ज शीट की क्या स्थिति है आदि पर ध्यान देना होगा। उन्होंने नवचयनितों पर विश्वास जताते हुए कहा कि वह ईमानदारी के साथ प्रदेश सरकार के कार्यों की स्पीड को आगे बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी कार्ययोजना का ही परिणाम है कि पिछले 7 वर्षों के अंदर प्रदेश के करोड़ों युवाओं को नौकरी और रोजगार की सुविधा मिली।
कार्यक्रम में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति डॉ. देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद आदि मौजूद रहे।