परिषदीय स्कूलों में विरोध से हाशिए पर ऑनलाइन हाजिरी

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बलरामपुर। तमाम कोशिशों के बाद भी बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी की कवायद परवान नहीं चढ़ पा रही। इसके विरोध में शिक्षक संघ आंदोलित होकर नियमावली की दुहाई दे रहा है। इसके चलते ही 1542 स्कूलों में अब तक बांटे गए 3005 टैबलेट उपयोग न आने के कारण अब तक सिर्फ शो-पीस बने हैं।

ऑनलाइन हाजिरी का विरोध कर रहे शिक्षक संगठनों का कहना है कि पहले विभाग उनकी मांगें पूरी कर नेट सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही विसंगति दूर कराएं। इसके बाद ही शिक्षक ऑन लाइन हाजिरी के विकल्प को स्वीकार करेंगे। शिक्षकों का कहना है कि विभाग के अफसरों को तो ऑनलाइन हाजिरी से छूट दे दी गई लेकिन शिक्षकों पर जबरन इसे थोपा जा रहा है। जिले में नौ विकास खंड सहित नगरीय क्षेत्र में 1814 बेसिक स्कूल संचालित हैं। इनमें 1.45 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इन बच्चों को पढ़ाने के लिए आठ हजार अध्यापक, शिक्षामित्र व अनुदेशक तैनात हैं। शिक्षकों की ऑन लाइन हाजिरी व्यवस्था को शुरू कराने के लिए अब तक 1542 स्कूलों 3005 टैबलेट स्कूलों में बांटे जा चुके हैं। इसके बावजूद शासन का आदेश परवान नहीं चढ़ पा रहा है। बीआरसी से लेकर जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन कर ज्ञापन भी भेज चुके हैं।

शिक्षक नेता तुलाराम गिरि ने बताया कि बेसिक शिक्षा नियमावली में भी ऑनलाइन उपस्थिति का प्रावधान नहीं है। बीएसए ऑफिस से लेकर अन्य बेसिक शिक्षकों के कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी भी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराएं। शिक्षकों को सरकारी सिम उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद ही हाजिरी की नई व्यवस्था के अमल पर कुछ सोचा जाएगा।

शिक्षक नेता मंगलदेव मिश्र का कहना है कि ऑनलाइन उपस्थिति पूरी तरह अव्यवहारिक है। अगर शिक्षक एक सेकंड भी लेट हो जाता है तो वह अनुपस्थित हो जाएगा। इसमें हाॅफ-डे का प्रावधान भी नहीं है। अगर शिक्षक को स्कूल आने के बाद कोई समस्या होती है तो वह अवकाश नहीं ले सकता है। इसी कारण ऑनलाइन उपस्थिति का विरोध किया जा रहा है।