पुरानी पेंशन योजना की बहाली का बड़ा दबाव राजनीतिक दलों पर नजर आ रहा है। इंडिया गठंबधन में सपा व कांग्रेस इसे प्रमुखता से उठाने की तैयारी में हैं। राहुल गांधी अपनी न्याय यात्रा में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठा चुके हैं। भाजपा भी केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई कमेटी जो सुझाव व प्रस्ताव मिले हैं, उसके अध्ययन में जुटी है। कुल मिलाकर यह चुनाव कर्मचारियों के नजरिये से आशा की एक किरण के रूप में है। पुरानी पेंशन की बहाली के लिए आंदोलित कर्मचारियों की नजरें राजनीतिक दलों के चुनावी घोषणापत्र पर लगी हैं। काबिलेगौर होगा कि सपा-कांग्रेस के साथ ही बसपा क्या अपने घोषणापत्र में इसे शामिल करेगी।
कैसे गुजरेगा बुढ़ापे में सुरक्षित जीवन: देश के पांच करोड़ कर्मचारी सीधे-सीधे पुरानी पेंशन बहाली, आठवें वेतन आयोग का गठन व आउटसोर्स कर्मियों की सेवा सुरक्षा की नियमावली पर राजनीतिक दलों का रुझान भांपने में लगे हैं। कर्मचारी सवाल उठा रहे हैं कि सरकार रिटायर होने के बाद उनके गुजर-बसर की क्या गारंटी देगी?