परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति के बाद घोषित की जाएंगी लंबित परीक्षाओं की तिथियां
प्रयागराज। अशासकीय सहायता
प्राप्त महाविद्यालयों और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में लंबित पड़ी शिक्षक भर्ती जून में रफ्तार पकड़ेगी। चुनाव परिणाम आने के बाद नए शिक्षा सेवा चयन आयोग में अध्यक्ष और परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति कर दी जाएगी।
हालांकि, पूर्व से तैनात आयोग कर्मियों ने लंबित भर्तियां पर काम शुरू कर दिया है। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा जुलाई में कराने की तैयारी है और इसके बाद
टीजीटी पीजीटी के पदों पर भर्ती परीक्षा कराई जाएगी। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती से जुड़े सभी दस्तोवज उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग से शिक्षा सेवा चयन आयोग में शिफ्ट कर दिए गए हैं।
शिक्षा सेवा चयन आयोग के सूत्रों के मुताबिक शासन से निर्देश मिले हैं कि जुलाई के अंत या अगस्त की शुरुआत में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा कराने की तैयारी अभी से कर ली जाए।
अशासकीय महाविद्यालयों में
असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया अगस्त-2022 में पूरी हो चुकी है और इसके लिए 1.14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। वहीं, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी पीजीटी के 4,163 पदों पर भर्ती के लिए भी आवेदन की प्रक्रिया अगस्त-2022 में पूरी हो चुकी है। इस भर्ती के लिए तकरीबन 13.19 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। शिक्षा सेवा चयन आयोग के सूत्रों का कहना है कि टीजीटी पीजीटी की परीक्षा बड़ी है और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के
मुकाबले इस परीक्षा में कई गुना अधिक अभ्यर्थियों को शामिल होना है। ऐसे में यह परीक्षा असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा के बाद कराने की तैयारी है। आयोग में अभी तक स्थायी
अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की गई है और न ही परीक्षा नियंत्रक के पद पर तैनाती हुई है, जबकि परीक्षा तिथि से उसके आयोजन में परीक्षा नियंत्रक की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। जून में लोकसभा चुनाव के बाद आयोग में नए परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति कर दी जाएगी और इसके बाद लंबित भर्तियों की परीक्षा तिथि घोषित की जाएगी