फर्जी चयनित शिक्षिका ने भरा था टीजीटी परीक्षा फार्म, चयन सूची में नाम नहीं

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अपर शिक्षा निदेशक (एडी) माध्यमिक की फर्जी ई-मेल आइडी से कानपुर डीआइओएस को भेजी गई फर्जी चयन सूची में शामिल सभी नौ लोग उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की प्रतीक्षा सूची में ही नहीं हैं। इनमें से एक शिक्षिका रिक्षा पाण्डेय के नियुक्ति पत्र की कापी कानपुर के आर्यकन्या इंटर कालेज के प्रबंधक ने चयन बोर्ड को भेजी।

चयन बोर्ड ने जांच में पाया कि अभ्यर्थी ने वर्ष 2021 की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) भर्ती परीक्षा के लिए फार्म तो भरा था, लेकिन चयन सूची में उसका नाम नहीं था। इसके अलावा कानपुर के डीआइओएस-1 ने चयन सूची के जिन पांच नामों को सत्यापन के लिए भेजा, वह शिक्षा निदेशालय में फर्जी मिले। ऐसी कोई चयन सूची निदेशालय ने जारी नहीं की है। शिक्षा निदेशालय ने टीजीटी एवं

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड 

प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी)-2021 की भर्ती परीक्षा में चयनितों के कार्यभार ग्रहण न करने से रिक्त रह गए पदों पर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की प्रतीक्षा सूची से अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराकर कालेज आवंटित किया था।

इसकी चयन सूची एक सितंबर 2023 को जारी की थी। चयन सूची को वेबसाइट पर भी जारी कर सत्यापन करने के निर्देश संबंधित डीआइओएस को दिए थे। इसके बाद से इस मामले में प्रक्रिया स्थगित है। इधर, कानपुर के आर्य कन्या इंटर कालेज की शिक्षिका

के नियुक्ति पत्र की जांच में आया कि अभ्यर्थी का नाम प्रतीक्षा सूची में ही नहीं है। इस अभ्यर्थी का फार्म तो मिला लेकिन नाम चयन बोर्ड के उत्तीर्ण व प्रतीक्षा सूची के चयनितों में नहीं था। चूंकि प्रतीक्षा सूची से चयन का कार्य शिक्षा निदेशालय की ओर से होता है, इसलिए इसकी जानकारी शिक्षा निदेशालय को दी गई। इस बीच कानपुर के डीआइओएस-1 द्वारा सत्यापन के लिए भेजी गई पांच अभ्यर्थियों की चयन सूची को शिक्षा निदेशालय ने फर्जी पाया। निदेशालय की अब तक की जांच में आया है कि सभी नौ नाम चयन बोर्ड की प्रतीक्षा सूची में नहीं हैं। इधर, फर्जी ई-मेल आइडी से चयन सूची जारी किए जाने का प्रकरण सामने आने पर एडी माध्यमिक की ओर से उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक-2 प्रमोद कुमार ने कानपुर के मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) और डीआइओएस से रिपोर्ट मांगी है।