वैभवखंड में कृष्णा सफायर सोसायटी के पास एक शिक्षिका से आनंद विहार जाने का पता पूछकर दो टप्पेबाजों ने तीन लाख के गहने लूट लिए। घटना मंगलवार शाम करीब साढ़े छह बजे की है। दोनों टप्पेबाज उन्हें सम्मोहित करके पार्क में ले गए। वहां उनकी सोने की चूड़ी और अंगूठी उतरवाकर रूमाल में बांध ली। फिर दूसरे रूमाल में तीन पत्थर और एक आर्टिफिशियल चूड़ी देकर भाग गए। घटना के बाद शिक्षिका को गिरोह के सदस्य ने व्हाट्सएप कॉल की। उनसे चोरों को पकड़ने की एवज में पांच हजार रुपये मांगे। इंदिरापुरम पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर टप्पेबाजों की तलाश शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता रेनू गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वह शाम साढ़े छह बजे कृष्णा सफायर सोसायटी की तरफ जा रही थीं। कृष्णा अपरा के गेट नंबर-2 के पास दो युवकों ने उनसे आनंद विहार जाने का पता पूछकर पैदल चलने की बात कही। उन्होंने युवकों को ऑटो से जाने के बारे में कहा तो बड़ा युवक उन्हें घूरने लगा। इस बीच वह अपना होश खो बैठीं। दोनों शातिर उन्हें पास के पार्क में ले गए। वहां उनसे बातों में फंसाकर चार सोने की चूड़ियां और चार अंगूठी उतरवाकर अपने रूमाल में रखीं और उसे बांध दिया।
टप्पेबाज के पास दूसरे रूमाल में तीन पत्थर और एक आर्टिफिशियल चूड़ी पहले से बंधी थी। उसने असली गहनों वाले रूमाल को बदलकर उन्हें दूसरा देकर पर्स में रखने के लिए कहा। कुछ सेकेंड बाद अपने साथ छोटे युवक के खाना खिलाने की बात कहकर दोनों भाग गए। शिक्षिका ने कुछ देर बाद ठीक होकर रूमाल खोला तो पत्थर और नकली चूड़ी देखकर होश उड़ गए। वह तुरंत पार्षद के पास गईं और पुलिस को घटना की सूचना दी।
हैरत की बात है कि कुछ देर बाद शिक्षिका को एक व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें अनजान दरोगा की फोटो लगी थी। वह उनसे बोला कि, ‘मैंने दोनों चोर पकड़ लिए हैं। तुम जल्दी से चौकी आ जाओ, लेकिन इसको खिलाने में पैसे खर्च हुए हैं। तुम मुझे पांच हजार रुपये ट्रांसफर कर दो। पार्षद ने शिक्षिका को रोका और डायल-112 के पुलिसकर्मियों के आने का इंतजार किया। सूचना पर इंदिरापुरम पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर टप्पेबाजों की तलाश शुरू कर दी।’
इंदिरापुरम एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से टप्पेबाजों की पहचान कर तलाश तेज कर दी है। शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर रहे हैं