गर्मी का कहर; यूपी-बिहार में एक ही दिन 31 मतदानकर्मियों की मौत, अकेले मिर्जापुर में 13 की जान गई

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लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण से ठीक पहले गर्मी ने मतदानकर्मियों पर कहर ढाया है। यूपी-बिहार के आधा दर्जन जिलों में शनिवार को होने वाली वोटिंग कराने पहुंचे 31 मतदानकर्मियों को गर्मी ने मौत की नींद सुला दिया है। कई मतदानकर्मी बीमार हैं। यूपी के मिर्जापुर में ही 13 मतदानकर्मियों की मौत हुई है। इसमें सात होमगार्ड हैं। एक ही दिन इतनी बड़ी संख्या में मतदानकर्मियों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। इसके अलावा वाराणसी औऱ सोनभद्र में 3-3, मऊ और चंदौली में एक-एक कर्मचारी की मौत हो गई है। बिहार में 10 मतदानकर्मियों की मौत

हुई है। यहां अधिकतर मौतें भोजपुर में हुईं। जहां चुनाव ड्यूटी पर तैनात पांच अधिकारियों की लू लगने से मौत हो गई। रोहतास में तीन चुनाव अधिकारियों की मौत हो गई, जबकि कैमूर और औरंगाबाद जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। 

मिर्जापुर में लोकसभा चुनाव के लिए ड्यूटी पर तैनात 13 चुनावकर्मियों की शुक्रवार को तेज बुखार और उच्च रक्तचाप की शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। 23 अन्य चुनावकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि इन सभी कर्मियों की मौत के सटीक कारण का पता भी नहीं चल सका है। मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजबहादुर कमल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मृतकों में सात होमगार्ड जवान, तीन सफाई कर्मचारी, सीएमओ कार्यालय में तैनात एक लिपिक, एक चकबंदी अधिकारी और होमगार्ड टीम का एक चपरासी शामिल है।

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उन्होंने बताया कि जब ये मरीज जब मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए गए तो उन्हें तेज बुखार, उच्च रक्तचाप और बढ़ी हुई शुगर की शिकायत थी। डॉ. कमल ने कहा, ”13 मृतकों में से चार को मृत अवस्था में लाया गया था। इन चार में से दो होमगार्ड के जवान थे। मरने वाले कुल सात होमगार्ड जवानों में से पांच की मौत 20-25 मिनट के अंतराल में अस्पताल लाए जाने के बाद हुई। मृतक होमगार्ड 50-55 साल की उम्र के थे।”

उन्होंने बताया कि अभी अस्पताल में 23 चुनावकर्मी भर्ती हैं, जिनमें से एक पीएसी का जवान, एक अग्निशमन सेवा का जवान और एक पुलिस का जवान है। उन्होंने कहा, ”इन सभी मरीजों को तेज बुखार, उच्च रक्तचाप और बढ़ी हुई शुगर की शिकायत थी। लगभग सभी का रक्तचाप और शुगर का स्तर अधिक था। ज्यादातर होमगार्ड एक से अधिक बीमारी के शिकार थे।” प्राचार्य के मुताबिक, मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा।

मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने ‘एक्स’ पर अपने वीडियो संदेश में बताया कि, ”जनपद मिर्जापुर में एक जून को लोकसभा का चुनाव होना है। आज चुनावकर्मियों को रवाना किया गया था। इसी दौरान छह होमगार्ड की दुखद मृत्यु हो गई। इनमें से दो होमगोर्ड दो जनपद गोंडा के रहने वाले थे, जबकि एक-एक होमगार्ड प्रयागराज, बस्ती, कौशांबी और मिर्जापुर का निवासी था।” उन्होंने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया हैं और उनके परिवारों को सूचना दे दी गई है। 

सात चुनावकर्मियों की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने हिंदी में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,”मिर्जापुर में सात चुनावकर्मियों की मौत की खबर बेहद दुखद है। सरकार अपना मौन तोड़े और बदइंतजामी की वजह से उजड़ चुके परिवारों को भावनात्मक राहत देने के लिए आगे आए।”

उन्होंने कहा,”सरकार पांच होमगार्ड, सीएमओ कार्यालय के एक लिपिक और एक सफाईकर्मी के परिवार के लिए तुरंत पांच-पांच करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित करे और जो अन्य कर्मी गर्मी के कारण बीमार पड़ गये हैं उन सभी लोगों को बेहतरीन उपचार उपलब्ध कराए।”

उन्होंने कहा,”सरकार पांच होमगार्ड, सीएमओ कार्यालय के एक लिपिक और एक सफाईकर्मी के परिवार के लिए तुरंत पांच-पांच करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित करे और जो अन्य कर्मी गर्मी के कारण बीमार पड़ गये हैं उन सभी लोगों को बेहतरीन उपचार उपलब्ध कराए।”

यादव ने आरोप लगाया कि इस सरकार में कर्मचारियों के जीवन का कोई मोल नहीं है। उन्होंने कहा कि वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप कर्मचारियों को सही समय से वेतन नहीं मिल पा रहा है, ना ही उन्हें पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है। यादव ने कहा कि कर्मचारियों को अनावश्यक कामों में उलझाकर उन्हें तनावग्रस्त जीवन जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है। 

वाराणसी में तीन चुनावकर्मियों की टूटी सांस

वाराणसी में शुक्रवार को मतदान केंद्रों पर तैनात तीन लोगों की मौत हो गई। नुआवं (लंका) में मतदान केंद्र के मतदान अधिकारी प्रथम 54 वर्षीय अब्दुल्ला अंसारी का निधन हो गया। लोहता में 52 वर्षीय होमगार्ड वीरपाल सिंह का निधन हो गया। जबकि चौक के ठठेरी बाजार में मतदान केंद्र के कर्मी 55 वर्षीय त्रिलोकी की सांस टूट गई। आशंका है कि सभी मौत लू लगने से हुई है। हालांकि जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। 

नुआंव स्थित प्राथमिक विद्यालय पर बने मतदान केंद्र के बूथ संख्या 345 के मतदान अधिकारी प्रथम अब्दुल्ला अंसारी थे। पोलिंग पार्टी के साथ वह जगतपुर इंटर कॉलेज से चुनाव सामग्री लेकर निकले थे। मतदान केंद्र से करीब चार सौ मीटर पहले बस में बेहोश हो गये। साथी कर्मचारी निजी अस्पताल ले गये, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वह बजरडीहा निवासी थे। घर के निकट मदरसा में अध्यापक थे। लंका पुलिस ने उनका शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया।  

होमगार्ड वीरपाल सिंह की ड्यूटी लोहता बाजार में गौतमबुद्ध बालिका विद्यालय पर थी। अचानक तबियत खराब हुई और निधन हो गया। वह संभल जिले के बहजोई थाने के रफीपुर के निवासी थे। लोहता पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर, ठठेरी बाजार स्थित मतदान केंद्र पर तैनात काशी विद्यापीठ के ज्ञानचंद मंदित बाल विद्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी त्रिलोकी का निधन हो गया।