प्रयागराज: जनसामान्य, शिक्षकों व कर्मचारियों की शिकायतों को सुनने के लिए अब विद्यालय/ब्लाक/जनपद/मंडल स्तर पर जनसुनवाई पंजिका तैयार की जाएगी। इसमें कोई भी अपनी बात दर्ज करा सकता है। शिकायतों को सुनने और निस्तारण के लिए अधिकारी भी नामित होंगे। प्रत्येक शिकायत समयबद्ध॒ तरीके से निस्तारित होना आवश्यक है।
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि प्रदेश मुख्यालय स्तर पर शिक्षकों, अधीनस्थ कर्मचारियों व जनसामान्य की शिकायतें बहुत अधिक संख्या में मिल रही हैं। इन शिकायतों में प्रधानाध्यापक के पद का प्रभार देना, शिक्षकों के आपसी एवं वरिष्ठता संबंधी विवाद, विद्यालय में शिक्षकों/ कर्मचारियों का समय से उपस्थिति न होना, विद्यालय में शिक्षक के विलंब से आने अथवा विद्यालय के विलंब से खुलने, लंबित वेतन/एरियर भुगतान, मृतक आश्रित नियुक्ति तथा शिक्षकों एवं कर्मचारियों द्वारा स्वयं अपने ब्लाक, जनपद एवं मंडल स्तर के उच्च अधिकारियों के विरुद्ध शिकायतें बिना साक्ष्यों एवं प्रोटोकाल का उल्लंघन करते हुए की जा रही हैं।
यह कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 के विपरीत है। वर्तमान में जो शिकायतें मिल रही हैं उससे स्पष्ट हो रहा है कि ब्लाक, जनपद, मंडल स्तर पर शिकायतों का प्रभावी निस्तारण नहीं हो रहा है। यह उचित नहीं है। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि अब ऐसी शिकायतों पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।