लखनऊ: अब परिषदीय स्कूलों में प्री- प्राइमरी से कक्षा दो तक के विद्यार्थियों को ही गणित व भाषा में दक्ष बनाने के लिए निपुण भारत मिशन चलाया जाएगा। वर्ष 2021 में जब इसे देश भर में शुरू किया गया तो यह कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों के लिए लागू किया गया, लेकिन अब आयु सीमा आठ वर्ष निर्धारित किए जाने के कारण यह कक्षा दो तक ही चलाया जाएगा।
वर्ष 2025-26 तक इन विद्यार्थियों को दक्ष बनाने पर जोर दिया जाएगा। प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा डा. एमकेएस सुंदरम की ओर से शुक्रवार को इसके आदेश जारी कर दिए गए। यूपी में 27 जून 2022 से निपुण भारत मिशन को प्री-प्राइमरी से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों के लिए लागू किया गया है। इसका सरल एप के माध्यम से त्रैमासिक मूल्यांकन किया जा रहा है।
निपुण विद्यालयों की जांच डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) प्रशिक्षुओं की मदद से इनका मूल्यांकन कराया जा रहा है। अभियान को बेहतर ढंग से चलाए जाने के लिए संकुल शिक्षक भी तैनात किए गए हैं। अभी तक नौ वर्ष की आयु व कक्षा तीन में पढ़ रहे बच्चों का भी मूल्यांकन किया जा रहा था।