लखनऊ। अटेवा पेंशन बचाओ मंच की ओर से देश-प्रदेश
में पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक बार फिर से आंदोलन तेज किया जाएगा। रविवार को कैंट स्थित चौधरी चरण सिंह सभागार में हुई बैठक में इसकी विस्तृत रणनीति तैयार की गई। प्रदेश, मंडल व जिला पदाधिकारीगण की बैठक में तय किया गया की जुलाई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर राष्ट्रीय कार्यक्रम घोषित किए जाएंगे, ताकि पूरे देश में पुरानी पेंशन का आंदोलन तेज हो सके।
वहीं 1 अगस्त से 9 अगस्त तक प्रदेश के सभी ब्लॉकों में एनपीएस निजीकरण देश के लिए घातक है, विषयक विचार गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। सितंबर के अंतिम सप्ताह में पुरानी पेंशन को लेकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किए जाएंगे। अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा लोकसभा चुनाव का अहम मुद्दा रहा है। अब पुरानी पेंशन बहाल कराने के लिए हमें संगठन को और मजबूत करना होगा।
प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कर्मचारियों ने पोस्टल बैलेट में अपनी ताकत दिखाई है। इसके कारण प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक लगाने का दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया है। अटेवा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतेंद्र राय व मंत्री विजय प्रताप बूढ़नपुरी ने कहा कि सरकार लगातार निजीकरण कर रही है। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. आशाराम, संदीप वर्मा, ओमप्रकाश कनौजिया, रंजना सिंह, नरेंद्र यादव, चंद्रहास सिंह, डॉ. रमेश चंद्र त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।