लखनऊः अब जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में किए गए बेहतर कार्यों को आधार बनाकर प्राचार्यों का प्रमोशन किया जाएगा। 100 अंकों में इनका मूल्यांकन होगा। 60 अंक अकादमिक और 40 अंक प्रशासनिक गतिविधियों के होंगे। डायट में किए जा रहे नवाचार, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का प्रयोग और डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) के परीक्षा परिणाम इत्यादि के मानकों पर इन्हें कसा जाएगा। प्राचार्यों की चरित्र पंजिका भी इसी आधार पर लिखी जाएगी।
विशेष सचिव, बेसिक शिक्षा यतीन्द्र कुमार की ओर से डायट प्राचार्यों के लिए वार्षिक लक्ष्य एवं कार्य निर्धारित किए जाने का आदेश जारी कर दिया गया है। प्राचार्यों का मूल्यांकन ए से लेकर डी ग्रेड तक किया जाएगा। 100 से 80 प्रतिशत तक अंक पाने पर ए ग्रेड दिया जाएगा जो कि उत्कृष्ट माना जाएगा। 79 से 70 प्रतिशत तक अंक पाने पर बी ग्रेड मिलेगा और यह अति उत्तम श्रेणी में होगा। 69 से 60 अंक पाने पर सी ग्रेड होगा और यह उत्तम माना जाएगा। डायट प्राचार्य यानी उप शिक्षा निदेशक स्तर के इन अधिकारियों का पारदर्शी वार्षिक मूल्यांकन किया जाएगा।