लखनऊ, । बाजारखाला में शनिवार को पिता ने मोबाइल चलाने पर बेटे वैभव वर्मा (16) की पिटाई कर दी। नाराज होकर उसने घर में ही फांसी लगा ली। वह कक्षा सात का छात्र था। इसके अलावा तीन अन्य लोगों ने अलग-अलग कारणों से जान दे दी। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बाजारखाला के बेगम खेड़ा निवासी राजेश प्लाई वुड फैक्टरी में काम करते हैं। बेटा वैभव वर्मा (16) सरकारी स्कूल से कक्षा सात की पढ़ाई कर रहा था। साथ ही वह अपनी मां रूबी के साथ कपड़े की एक दुकान पर काम करता था। राजेश के मुताबिक शनिवार रात में वह ड्यूटी से आए तो बेटा वैभव मोबाइल चला रहा था। यह देख उन्होंने गुस्से में थप्पड़ मार दिया। इसके बाद वैभव नाराज होकर कमरे में चला गया। कुछ देर बाद रूबी कमरे में गईं तो वैभव पंखे के कुंडे से साड़ी के फंदे के सहारे लटका हुआ था। आनन- फानन में उसे फंदे से उतारकर ट्रामा सेंटर ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार में छोटी बहन मिष्ठी है।
अकबर नगर से विस्थापित युवक ने आर्थिक तंगी में लगा ली फांसी ठाकुरगंज के बसंतकुंज योजना निवासी अजीज (24) ने शनिवार को फांसी लगा ली। वह अकबरनगर नगर से विस्थापित होने के बाद यहां रह रहे थे। कुछ समय से सिलाई का काम न चलने से वह आर्थिक रूप से परेशान चल रहे थे। भाई नजीर ने बताया कि शनिवार को अजीज का पत्नी सनोवर से घर के खर्चे को लेकर कहा सुनी हुई थी। इससे नाराज होकर सनोवर बच्चे को लेकर आंगन में सोने चली गई थी। वहीं कृष्णानगर में ई- रिक्शा चालक रमेश विश्वकर्मा ने फांसी लगा ली। बेटे आकाश के मुताबिक रमेश नशे के आदी थे।