मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में मंगलवार को परिषदीय स्कूलों में रसोइयों और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के मानदेय से जुड़े एक सवाल पर सपा पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 से 17 तक प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और तब रसोइयों को जो मानदेय मिलता था वो 500 रुपये से भी कम था। आप लोगों ने दूसरा अन्याय उनके साथ ये किया कि जिनके बच्चे नहीं पढ़ेंगे उनको सेवा से हटा दिया जाएगा, वहीं इनके चयन में भी भेदभाव होता था। हमारी सरकार ने 2022 में उनके मानदेय को न्यूनतम 2 हजार रुपये किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी ने कोरोना काल में अपनी सेवाओं के माध्यम से शासन की योजनाओं को प्रत्येक परिवार तक पहुंचाने में अभिनंदनीय काम किया है। यही वजह है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री हों या आंगनबाड़ी सहयोगी हों, इन सब के मानदेय में वृद्धि भी की है और इन्हें टैबलेट से आच्छादित करने के साथ-साथ अतिरिक्त आय का प्रावधान भी किया है।