मुरादाबाद, भगतपुर टांडा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रानी नागंल में शिक्षिका पत्नी के हस्ताक्षर करने के मामले में शुक्रवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी विमलेश कुमार ने आरोपित शिक्षक-शिक्षिका पति-पत्नी को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कंपोजिट विद्यालय सेहल की प्रधानाध्यापिका के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की। गुरुवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राथमिक विद्यालय रानी नागंल के निरीक्षण में मामले का खुलासा हुआ था। पहुंचकर
बीते दिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विमलेश कुमार ने भगतपुर टांडा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रानी नागंल और कंपोजिट विद्यालय सेहल का औचक निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय रानी नागंल में पति राजकुमार, पत्नि अनु दोनों सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। इसी बात का फायदा दोनों पति पत्नी उठाते थे। पत्नी पढ़ाने के लिए नियमित स्कूल नहीं आती थीं और उनके स्थान पर राजकुमार हस्ताक्षर कर देते थे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विमलेश कुमार ने इस बाबत ग्रामीणों से भी जानकारी ली थी। इसलिए प्रथम दृष्टया आज आरोपित शिक्षिका अनु और शिक्षक राजकुमार को दोषी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
वहीं, कंपोजिट विद्यालय सेहल में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी पहुंचे थे तो वहां पर परिसर में स्थित जर्जर भवन को बंद नहीं किया गया था। इसकी वजह से विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिए भी खतरा था। इसके अलावा मध्याह्न भोजन पंजिका नहीं बनी थी और विद्यालय के अभिलेख पूर्ण नहीं थे। विद्यालय संचालन व रखरखाव में लापरवाही बरती जा रही थी। इस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापिका शाइस्ता अंजुम को निलंबित कर दिया।