लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 18 से 24 सितंबर के बीच सत्रीय परीक्षा के आयोजन के निर्देश दिए गए हैं। किंतु इसके लिए कोई बजट नहीं जारी किया गया है। इसकी वजह से काफी अव्यवस्था के बीच परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है।
शिक्षको के अनुसार अभी तक कंपोजिट ग्रांट भी न जारी होने से परीक्षा के आयोजन में काफी दिक्कत हो रही है। हालत यह है कि शिक्षक ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न लिखकर या फिर सादे पेपर पर प्रश्न देकर खुद के पैसे से फोटो कापी कराकर परीक्षा करा रहे है। बच्चों के लिए किसी भी प्रकार की उत्तर पुस्तिका की भी व्यवस्था नही है। इस तरह परीक्षा के नाम पर
खानापूर्ति हो रही है।
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसियेशन के दिलीप चौहान ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग ने परीक्षा के लिए कोई कोई बजट नहीं दिया है।
सत्र 2024-25 आधा बीत जाने के बाद भी अभी तक कंपोजिट ग्रांट उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसी तरह काफी कम मानदेय में लाखों रसोइया कार्यरत हैं। फिर भी विभाग इनके मानदेय का समय से भुगतान नहीं करता है। वर्तमान में भी आधा सत्र बीतने को है मगर रसोइयों को समय पर मानदेय नहीं दिया जा रहा है। इससे उन्हें काफी दिक्कत उठानी पड़ रही है।