प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को डिजिटल अरेस्ट के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। उन्होंने देशवासियों को ‘रुको, सोचो और एक्शन लो’ के जरिये साइबर अपराधियों से बचाव की राह दिखाई।
आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात की 115वीं कड़ी में प्रधानमंत्री ने जागरूकता फैलाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा, डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई व्यवस्था कानून में नहीं है। कोई भी जांच एजेंसी न तो धमकी देती है, न ही वीडियो कॉल पर पूछताछ करती है और न ही पैसों की मांग करती है। जो फरेब चल रहा है उससे निपटने के लिए जांच एजेंसियां राज्य सरकारों के साथ काम कर रही हैं। ‘नेशनल साइबर को-ऑर्डिनेशन’ केंद्र भी स्थापित किया गया है।
फरेबी,पीड़ित की बातचीत का ऑडियो साझा किया प्रधानमंत्री ने डिजिटल अरेस्ट से जुड़े फरेबी, पीड़ित के बीच बातचीत का ऑडियो भी साझा किया। बताया कि साइबर अपराधी कैसे काम करते हैं। इसका शिकार होने वालों में हर वर्ग और हर उम्र के लोग हैं। डिजिटल अरेस्ट फरेब का बड़ा माध्यम बनता जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने भारत को एनिमेशन की दुनिया की वैश्विक शक्ति बनाने का संकल्प लेने का भी आह्वान किया। छोटा भीम, कृष्णा, हनुमान और मोटू-पतलू जैसे एनिमेशन चरित्रों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देश के बच्चों को भी खूब आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि एनिमेशन की दुनिया में भारत नई क्रांति करने की राह पर है। उन्होंने ‘स्पाइडर मैन’ और ‘ट्रांसफॉर्मर्स’ जैसी फिल्मों में भारतीय एनिमेटर हरि नारायण राजीव के योगदान की चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस वर्ष 31 अक्तूबर को दीवाली का त्योहार होने के कारण सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम 29 अक्तूबर को आयोजित किया जाएगा। उन्होंने इस कार्यक्रम में लोगों से अधिक संख्या में भाग लेने का आग्रह किया।
रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम 29 को
क्या है डिजिटल अरेस्ट डिजिटल अरेस्ट के मामले में पीड़ितों को फोन कॉल, वीडियो कॉल या ई-मेल से संदेश प्राप्त होता है जिसमें दावा किया जाता है कि वे चोरी या धन शोधन जैसी अवैध गतिविधियों के लिए जांच के दायरे में हैं। जालसाज ऐसे दस्तावेज दिखाते हैं जो वैध प्रतीत होते हैं, अक्सर विश्वसनीय संस्थानों के ‘लोगो’ और नाम का उपयोग करते हैं। कई लोग ऐसे मामलों में डर जाते हैं और मेहनत से कमाए लाखों रुपए गंवा देते हैं।
व्यक्तिगत जानकारी न दें मोदी ने कहा, ऐसे मामलों में घबराएं नहीं। शांत रहें, कोई कदम न उठाएं। किसी को व्यक्तिगत जानकारी न दें। स्क्रीनशॉट लें, रिकॉर्डिंग करें। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर डायल करने और साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन पर रिपोर्ट के अलावा पुलिस को सूचना देने का आह्वान किया।
महापुरुष भविष्य का रास्ता दिखाते हैं मोदी
प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा और सरदार पटेल की 150वीं जयंती को जीवंत बनाने के लिए देशवासियों से सहभागिता का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि महापुरुष अतीत में खोते नहीं बल्कि उनका जीवन वर्तमान को भविष्य का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उनकी जन्मस्थली उलिहातू की यात्रा उनके जीवन के खास पलों में एक थी, जिसका उन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा।