प्रयागराज : यूपी बोर्ड ने वर्ष 2023 की परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के साथ ही नए सत्र 2023-24 में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी है। इसके तहत पाठ्यक्रम में की गई तीस प्रतिशत की कटौती नए सत्र में समाप्त कर दी जाएगी। स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के सभी विषयों में संपूर्ण पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। कोविड-19 के कारण पिछले दो वर्षों से पाठ्यक्रम में यह कटौती की गई थी। नया सत्र एक अप्रैल से शुरू होने जा रहा है।
बोर्ड इस प्रयास में है कि मूल्यांकन के बाद परीक्षा परिणाम घोषित कर स्कूलों में शैक्षणिक माहौल बनाया जा सके। पिछले दो वर्षों के दौरान कोविड-19 की वजह से विद्यालयों में नियमित पठन पाठन बाधित रहा था। इसी कारण पाठ्यक्रम समिति ने छात्र हित में तीस प्रतिशत पाठ्यक्रम को स्थगित करने की संस्तुति की थी। इसी के तहत स्कूलों में पाठ्यक्रम को संक्षिप्त कर 70 प्रतिशत कर दिया गया था। संक्षिप्त पाठ्यक्रम पर ही पढ़ाई कराने के साथ परीक्षा भी कराई गई। अब वर्तमान में परिस्थितियां सामान्य होने के कारण नए सत्र से शतप्रतिशत पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि माध्यमिक स्कूल दो वर्षों के बाद अब नियमित दिनचर्या में आ गए हैं। ऐसे में अब कटौती का कोई औचित्य नहीं रह गया है.
सर्वांगीण विकास के लिए शैक्षणिक गतिविधि भी जरूरी
यूपी बोर्ड ने पठन- पाठन के साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षणेतर गतिविधि पर ध्यान देने पर बल दिया है। यूपी बोर्ड सचिव ने सभी शिक्षाधिकारियों से कहा है कि बच्चों के संपूर्ण विकास में केवल शैक्षिक प्रगति ही नहीं, बल्कि शिक्षणेतर गतिविधियों में उनका प्रतिभाग नितांत आवश्यक है। अतः नए सत्र में बच्चों का मानसिक, शारीरिक एवं भावनात्मक विकास सुनिश्चित कराएं।