शिक्षक करेंगे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम तैयार कराने में मदद

शिक्षा विभाग

सुल्तानपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम तैयार करने में मदद के लिए दो नेशनल टीचर रिसोर्स रिपॉजिटरी और दो स्टेट टीचर रिसोर्स रिपॉजिटरी चयनित किए जाएंगे। इसके लिए शिक्षकों से आवेदन मांगे गए हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में 10 थीम्स पर अलग-अलग लेख प्राप्त करने व प्रस्तुतीकरण कराने को चयन का आधार बनाया गया है। इसमें पूर्व प्राथमिक स्तर पर बच्चों की शिक्षा व संरक्षा, बुनियादी गणितीय कौशल व साक्षरता, शिक्षा के समस्त स्तरों में ड्रॉप आउट रेट को कम करने व सभी के लिए शिक्षा मुहैया करने, विद्यालयों में पाठ्यक्रम व पाठ्यचर्या, शिक्षकों का क्षमता संवर्द्घन, स्कूल कांप्लेक्स सिस्टम से प्रभावी शासन विधि सुनिश्चित करना, समेकित शिक्षा-सभी के लिए अधिगम, विद्यालयीय शिक्षा के लिए मानक निर्धारित करना, शिक्षा में तकनीक का प्रयोग व व्यावसायिक शिक्षा की पुनर्कल्पना व कौशल विकास शामिल है। इन 10 विषयों पर शिक्षक लेख जमा करेंगे। साथ ही अपना नाम, विद्यालय का नाम, पदनाम, विकास खंड, मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी देंगे। बीएसए दीवान सिंह यादव के अनुसार नेशनल टीचर रिसोर्स रिपॉजिटरी एवं स्टेट टीचर रिसोर्स रिपॉजिटरी में चयनित दो-दो शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत लागू पाठ्यक्रमों का कंटेंट (विषयवस्तु) तैयार करेंगे। इसकी मदद से विद्यार्थियों को सुलभ शिक्षा उपलब्ध हो सकेगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से शिक्षकों के चयन का निर्देश मिला है।
सभी बोर्डों के शिक्षक कर सकेंगे प्रतिभागनेशनल टीचर रिसोर्स रिपॉजिटरी व स्टेट टीचर रिपॉजिटरी के लिए दो-दो शिक्षक चयनित होंगे। इसमें परिषदीय विद्यालय, राजकीय विद्यालय, यूपी बोर्ड के विद्यालय, सीबीएसई व आईसीएसई के विद्यालयों से संबंधित शिक्षक आवेदन कर सकेंगे। जनपद स्तर पर चार सदस्यीय समिति गठित की गई है। इसमें डायट प्राचार्य को अध्यक्ष, बीएसए को सदस्य सचिव व जिला विद्यालय निरीक्षक को सदस्य नामित किया गया है। इसके अलावा जिलाधिकारी की ओर से नामित कमला नेहरू संस्थान के गणित विभागाध्यक्ष डॉ. योगेंद्र बहादुर सिंह को भी सदस्य नामित किया गया है।