पहले भी चर्चा में रहा है जिले का बेसिक शिक्षा विभाग, पहले भी दो बीएसए हो चुके थे निलंबित

शिक्षा विभाग

पडरौना जिले का बेसिक शिक्षा विभाग पहले भी गड़बड़ी को लेकर बदनाम रहा है। कुमार के पहले जिले के दो बीएसए निलंबित हो चुके हैं। एक दुदही रेल हादसा होने और दूसरे नियुक्ति एवं अन्य अनियमितताओं के मामले में सांसद की शिकायत पर निलंबित हुए थे। 26 अप्रैल 2018 को जिले के दुदही हादसे में स्कूल वैन में सवार 13 बच्चों को मौत हो गई थी। 

जिस विद्यालय में बच्चे पढ़ते थे, उसकी मान्यता नहीं थी। हादसे के बाद कई उच्चाधिकारियों के साथ खुद सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली थी। उस मामले में तत्कालीन ओएसए हेमंत राव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। उसके बाद अरुण कुमार को कुशीनगर का बीएसए बनाया गया। उनके खिलाफ कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दुबे ने मान्यता प्राप्त स्कूल के बैंक ड्राफ्ट जमा करने और वित्तपोषित स्कूलों में नियुक्ति के दौरान अनियमितता करने की शिकायत की थी सांसद की शिकायत पर हुई जांच में तत्कालीन बीएसए अरुण कुमार आरोपित मिले। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्हें 17 अक्तूबर 2019 को निलंबित कर दिया गया था। उसके बाद कुशीनगर में विमलेश कुमार को बीएसए बनाया गया, जिन्हें नियुक्ति में गांधली करने सहित अन्य आरोपों में 14 मार्च को निलंबित कर दिया गया। उनके स्थान पर एडी बेसिक गोरखपुर को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया।