परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के तहत अब स्कूलों को छात्र संख्या के अनुसार किचन उपकरण की खरीद के लिए धनराशि मिलेगी। मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने पहली बार वित्तीय वर्ष 2022-23 से इस तरह की व्यवस्था लागू की है।
स्कूलों को छात्र नामांकन स्लैब के आधार पर धनराशि देने के लिए नई गाइड लाइन जारी कर दी गई है। इसके तहत जिस विद्यालय में छात्र संख्या 50 होगी उन्हें 10 हजार, 51 से 150 होने पर 15 हजार, 151 से 250 होने पर 20 हजार, 251 से अधिक होने पर 25 हजार की धनराशि दी जाएगी।
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अब तक थी यह व्यवस्था
मध्याह्न भोजन योजनांतगर्त भारत सरकार से वित्तीय वर्ष 2006-07 से पांच हजार रुपये प्रति विद्यालय की दर से बर्तन क्रय करने के लिए धनराशि उपलब्ध कराने का प्रविधान किया जाता रहा है। सभी स्कूलों के लिए एक ही तरह की व्यवस्था थी। वित्तीय वर्ष 2012-13 से पांच वर्ष के पश्चात पुन: पुराने बर्तन बदलने के मद में पांच हजार रुपये की दर से धनराशि दी जाने लगी थी। तब से यही व्यवस्था चलती आ रही थी।
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इस धनराशि से स्कूलों में मॉडल किचेन विकसित किया जाएगा। पहली बार लागू इस व्यवस्था से किचन की जरूरत के अनुसार बर्तन क्रय किए जा सकेंगे। अभी तक सभी स्कूलों को एक समान धनराशि मिलती रही है। प्रथम चरण में जिले के सौ स्कूलों को 10 लाख रुपये की धनराशि भेजी जा चुकी है। प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया है कि वह इसका निर्धारित मद में सदुपयोग करें।
धर्मप्रकाश, डीसी एमडीएम