हिन्दी की पाठ्य पुस्तक पढ़ने में अटके कक्षा चार के विद्यार्थी, एसडीएम ने शिक्षकों की दी कड़ी चेतावनी

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विलासपुर उप जिलाधिकारी मयंक गोस्वामी ने तीन परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया। तीनों विद्यालयों मैं शिक्षा का स्तर बेहद खराब मिला इस पर एसडीएम ने शिक्षकों की चेतावनी दी। बोले एक माह के अंदर विद्यार्थियों के शिक्षा के स्तर में सुधार लाए अन्यथा संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों की संख्या के सापेक्ष विद्यालयों में मानक के खिलाफ शिक्षकों की तैनाती करने को लेकर भी जांच शुरू करने की बात कही है। उप जिलाधिकारी मयंक गोस्वामी शनिवार की सुबह नगर के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय में

पहुंचे एसडीएम के अनुसार अध्यापिका श्वेता गुप्ता तथा दो शिक्षामित्र कंवलजीत कौर व विजयलक्ष्मी उपस्थित पाई गई। विद्यालय में नामांकित 124 के सापेक्ष में 85 विद्यार्थी उपस्थित पाए गए एसडीम ने बताया कि निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नहीं ली गई थी।

कक्षा चार के छात्र सही से नहीं लिख पा रहे थे और न ही सही से हिंदी की पुस्तक पढ़ पा रहे थे। कक्षा पांच के छात्र छात्राओं को जोड़ घटना नहीं आ रहा था प्राथमिक विद्यालय खोदललपुर में कार्यरत तीन अध्यापकों में दो अध्यापिका इमराना प्रधानाध्यापिका आकांक्षा गीतम उपस्थित पाई गई तथा मुकेश कुमार आकस्मिक अवकाश पर बताए गए तथा विद्यालय में कार्यरत दो शिक्षामित्रों में कल्पना देवी उपस्थित मिली जबकि यशोदा देवी गंगवार लंबे समय से अनुपस्थित पाई गई। यहां कुल नामांकन 236 के सापेक्ष में 203 विद्यार्थी उपस्थित थे। यहां भी बच्चे हिंदी, गणित आदि विषय में बेहद कमजोर पाए गए। इस पर शिक्षकों को शिक्षा का स्तर सुधारने के निर्देश दिए गए प्राथमिक विद्यालय नगरिया कलां में दो अध्यापकों में एक अध्यापिका पिंकी इंचार्ज प्रधानाध्यापक उपस्थित पाई गई तथा जबकि रेनू वर्मा चिकित्सा अवकाश पर बताई गई एक मात्र शिक्षामित्र प्रभा रानी बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित पाई गई।

कुल नामांकित 42 के सापेक्ष में 33 छात्र उपस्थित रहे। एसडीएम ने यहां शिक्षा का स्तर संतोषजनक पाया लेकिन मिशन प्रेरणा एवं निपुण भारत के लक्ष्यों को पूर्ण रूप से प्राप्त करने हेतु शिक्षण व्यवस्था में सुधार की जरूरत बताई। एसडीएम ने बताया कि जिन विद्यालयों में शिक्षा का स्तर खराब पाया गया है उन्हें एक माह का समय दिया गया है। एक माह में सुधार न होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कुछ विद्यालयों में निर्धारित से अधिक शिक्षकों की तैनाती को लेकर भी जांच शीघ्र ही शुरू करने की बात कही है।