फर्रुखाबाद,
सीडीओ एम अरुन्मोली ने राजेपुर ब्लाक के कई परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया। इसमें कायाकल्प की हकीकत सामने आ गयी। शांतिनगर के प्राथमिक विद्यालय में अपरान्ह सवा बारह बजे सीडीओ पहुंची तो यहां पर प्रधानाध्यापिका मौजूद थीं। उनके अलावा कोई अन्य अध्यापक और छात्र उपस्थित नहीं था।
प्रधानाध्यापिका निर्मला ने बताया कि हलछठ का त्योहार होने के कारण महिलाओं का अवकाश है। विद्यालय में कोई पुरुष अध्यापक न होने से वह विद्यालय में अकेले आयी हैं। इस कारण छात्रों को छोड़ दिया गया है। विद्यालय के बाहर एक बच्चा घूमता पाया गया। सीडीओ के पूछने पर बच्चे ने बताया कि वह किसी विद्यालय में नहीं पढ़ता है मगर पढ़ना चाहता है। अपनी आयु भी नहीं बता सका। सीडीओ ने कहा कि इससे प्रतीत हुआ कि गांव में स्कूल चलो अभियान ठीक तरह से नहीं चलाया गया। बच्चे का पंजीकरण विद्यालय में कराने के निर्देश दिये। कायाकल्प के कार्या का निरीक्षण किया तो शौचालय व मूत्रालय का काम अधूरा मिला। कक्षा कक्षों में टायलीकरण नहीं कराया गया। मुख्य गेट पर विद्यालय का नाम नहीं लिखा था। बरसात के समय किचन के टपकने की जानकारी दी गयी। दारापुर के प्राथमिक विद्यालय में एक विद्यालय उपस्थित पाया गया। विद्यालय में दूध के वितरण की जानकारी की गयी। इस पर अध्यापक ने बताया कि दूध नहीं लाये हैं और न ही वितरण किया गया और न ही अमृत महोत्सव के तहत खीर हलवा का वितरण किया गया। दीवारों पर रंगाई पुताई नहीं थी। हैंडवाश यूनिट में टोंटी नहंी लगी थी। यूरीनल की शीट विद्यालय कक्ष में रखी पायी गयी। प्राथमिक विद्यालय भरखा का भी निरीक्षण किया गया। यहां पर मिड डे मील की जानकारी दी गयी।