माध्यमिक स्कूलों के 21 हजार बच्चों को पहले चरण में व्यावसायिक कौशल से लैस किया जाएगा। इसका कोर्स स्कूल के समय में ही पढ़ाया जाएगा। रोज व्यावसायिक शिक्षा का एक पीरियड होना अनिवार्य है।
माध्यमिक शिक्षा व व्यावसायिक शिक्षा में एमओयू होने के बाद विभाग ने इसके संचालन की तैयारी शुरू कर दी है। पहले चरण में हर जिले के एक राजकीय इंटर कॉलेज और एक राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में ये कोर्स चलाए जाएंगे। इस कोर्स के प्रशिक्षण की अवधि 200 घंटे होगी लिहाजा 40 मिनट का पीरियड होगा।
दूसरे चरण में यह कोर्स एडेड और तीसरे चरण में निजी स्कूलों में चलाया जाएगा। कक्षा 9 व 11 महीने में पंजीकृत विद्यार्थियों को नौ महीने और कक्षा 10 व 12 में छह महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कौशल विकास मिशन इसके लिए प्राइवेट ट्रेनिंग पार्टनर के माध्यम से दक्ष प्रशिक्षक उपलब्ध कराएगा। सभी तरह के कच्चे माल व अन्य सामग्री व उपकरण आदि की व्यवस्था यही ट्रेनिंग पार्टनर करेगा। कोर्स से संबंधित सभी तरह का खर्च कौशल विकास मिशन वहन करेगा। इसमें आठ सेक्टरों के 16 कोर्सों को चलाया जाना है। हर स्कूल में दो सेक्टर के कोर्स चलेंगे। आईटी व आईटीईएस से संबंधित कोर्स सभी स्कूलों में चलाए जाएंगे।