लखनऊ। सत्र की शुरुआत से तबादले का इंतजार कर रहे परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के अंतः जनपदीय तबादले के लिए फिर से नई कवायद शुरू हुई है। शासन द्वारा पूर्व में ऑनलाइन तबादले की जारी व्यवस्था के बाद अब महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने शासन को फिर एक प्रस्ताव भेजा है।
इस प्रस्ताव के तहत सरप्लस शिक्षकों वाले विद्यालयों को चिह्नित कर वहां के शिक्षकों का तबादला या समायोजन कम शिक्षक संख्या वाले विद्यालयों में किया जाएगा। कक्षा 1 से 5 तक के प्राथमिक विद्यालयों में आठ से अधिक व कक्षा 6 से 8 उच्च प्राथमिक में छह से अधिक शिक्षक वाले विद्यालय सरप्लस माने जाएंगे। ऐसे विद्यालय जहां शिक्षक कम हैं, वहां के शिक्षकों का तबादला नहीं होगा। प्रमुख सचिव को भेजे गए प्रस्ताव में महानिदेशक ने कहा है कि वर्तमान में 2800 प्राथमिक व 6650 उच्च प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं जो बंद या एकल शिक्षक के भरोसे हैं। इसलिए पहले शिक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यालयों में स्थानांतरण व समायोजन किया जाएगा।
25 विकल्प मिलेंगे
शिक्षकों की अलग-अलग श्रेणी भी तबादले व समायोजन के लिए बनाई गई है। इससे शून्य शिक्षक वाले विद्यालय में 2 शिक्षक की उपलब्धता अनिवार्य रूप से की जा सकेगी। स्थानांतरण के लिए आवेदन ऑनलाइन पोर्टल पर होगा। आवेदन में शिक्षकों को 25 कम शिक्षक वाले विद्यालयों के विकल्प मिलेंगे। बाद में काउंसिलिंग व अन्य प्रक्रिया से स्थानांतरण किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों को भी लाभ
प्रस्ताव के तहत दस वर्ष की सेवाएं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में पूरी कर चुके शिक्षक तबादले के लिए आवेदन कर सकेंगे। बीमारी या अन्य कारणों वाले शिक्षकों को भी वरीयता मिलेगी। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र के जिन विद्यालयों में दो या दो से कम शिक्षक हैं, उन विद्यालयों के शिक्षक का तबादला न करने का प्रस्ताव है।