लखीमपुर खीरी सदर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय महमदाबाद में मिड डे मील के लिए कोटेदार द्वारा मिलने वाले राशन में घोटाले का मामला सामने आया है। प्रधानाध्यापिका ने कोटेदार पर राशन न देने का आरोप लगा है, तो कोटेदार ने पावती रजिस्टर पर प्रधानाध्यापिका के हस्ताक्षर व म्हर होने बात कही है। मामा परालक्ष्मीकांत पांडेय ने जांच के आदेश दिए हैं और बीईओ जिला समन्वयक एमएम की कमेटी बनाई है।
प्राथमिक विद्यालय महमदाबाद में 22 नवंबर 2022 से मिड डे मील बनना बंद है। शिकायत पर बोई बेहजम देवेश राय ने पांच दिसंबर 2022 को विद्यालय पहुंचकर जांच की तो पाया कि अनाज के अभाव में 22 नवंबर से मिड डे मील बनना बंद है। इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक दीपशिखा ने बताया कि कोटेदार द्वारा अनाज उपलब्ध नहीं कराया गया है। 32.84 क्विंटल गेहूं और 58.25 क्विंटल चावल बकाया है। इस बारे में बीईओ लखीमपुर, प्रधान व पूर्ति निरीक्षक को सूचना दी गई थी। कोटेदार भगवानदीन ने बताया कि समस्त अनाज का उठान प्रभारी प्रधानाध्यापक को किया जा चुका है। कोटेदार की पंजिका की जांच की गई जिसमें 18 मई 2022 को सूचना दर्ज पई गई, जिस पर प्रधानाध्यपक के हस्ताक्षर व मुहर आंकत मिली। इसके जवाब में प्रधानाध्यापक ने बताया कि कोटेदार की उठान पंजिका में अंकित हस्ताक्षर उनके नहीं है और मुहर भी विद्यालय की नहीं है। बीईओ के निर्देश पर पांच दिसंबर को अनाज मंगाकर मिड डे मील बनाने की शुरूआत कराई गई।