प्रयागराज, प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या 51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती के जल्द पूरी होने के आसार नहीं हैं। जानकारों की मानें तो उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) की बजाय नए गठित हो रहे उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के जरिए ही यह भर्ती पूरी हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने भी यही निर्देश दिए हैं। यूपीएचईएससी के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा का कार्यकाल छह फरवरी को पूरा हो रहा है।
छह फरवरी को ही सदस्य रजनी त्रिपाठी और उनसे पहले चार फरवरी को सदस्य कृष्ण कुमार का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसके बाद आयोग में सिर्फ दो सदस्य डॉ. राज नारायण और डॉ. विनोद कुमार सिंह बचेंगे। जबकि कोरम पूरा करने के लिए छह में से चार सदस्यों का होना आवश्यक है। कोरम के अभाव में आयोग के सभी काम ठप हो जाएंगे। इसका सबसे अधिक असर असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों की भर्ती पर पड़ेगा।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन का पोर्टल पुन खोलने की अभ्यर्थी रुपेश कुमार सिंह की मांग पर नियमानुसर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। एक-दो दिन में पोर्टल दोबारा खोलने पर निर्णय हो सकता है। ऐसे में आवेदन लेने तक ही अध्यक्ष और दोनों सदस्यों की विदाई हो जाएगी। उसके बाद परीक्षा के आयोजन, मूल्यांकन, परिणाम घोषित होने और साक्षात्कार आदि का काम नहीं हो सकेगा।