उजगार हो रहे हैं। गत दिनों बराल की मढै्य्या में फर्जी शिक्षिका अमिता शुक्ला के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। अमिता शुक्ला के दस्तावेजों पर बुलंदशहर के अलावा बलरामपुर और सिद्धार्थनगर में भी नौकरी कर रही थी। दोनों जगह दो अन्य महिला शिक्षिका उसी दस्तावेज पर नौकरी कर रही थीं। एसटीएफ इस प्रकरण में पूरी जांच कर रही है। असली अमिता शुक्ला जिसके शैक्षिक दस्तावेजों पर नौकरी चल रही है, उसे इसके बारे में जानकारी भी नहीं है।
अमिता शुक्ला जनपद फतेहपुर की निवासी है। बीएसए ने गत दिनों अमिता शुक्ला के सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया तो वह सब फतेहपुर के निकले हैं। बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और बुलंदशहर में जो अमिता शुक्ला, जिन शैक्षणिक प्रमाण पत्रों पर नौकरी कर रहीं हैं, उनमें दसवीं, इंटरमीडिएट, ग्र्रेजुएशन के सभी प्रमाण पत्र एक जैसे और अंक भी समान हैं। असली अमिता शुक्ला इस समय फतेहपुर के बिजईपुर प्राथमिक विद्यालय बरहा में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं।
बीएसए ने बताया कि संबंधित स्कूलों एवं बोर्ड से शिक्षिका का सत्यापन मंगवाया गया है, जिसमें यह खुलासा हुआ है कि गुलावठी ब्लॉक के राजपाल की मढैय्या में तैनात शिक्षिका अमिता शुक्ला ने कूटरचित दस्तावेजों पर विभाग में नौकरी प्राप्त की है।
बीएसए बीके शर्मा के अनुसार मामला संज्ञान में आ चुका है, जो सत्यापन मंगवाया था, वह सब आ चुका है। तीन जिलों में शिक्षिकाएं एक ही दस्तावेज पर नौकरी कर रही हैं। एसटीएफ की रिपोर्ट मिली है। शिक्षिका को बर्खास्त करने की तैयारी की जा रही है। स्कूल महानिदेशक एवं एसटीएफ को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।